प्रतीकात्मक तस्वीर (सौ. एआई)
Nashik Festival Tourism Employment: नासिक में न सिर्फ सिंहस्थ पर्व के दौरान बल्कि स्थायी तौर पर भी पर्यटकों और भक्तों की आवाजाही बढ़ाने और जिले की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही ‘नासिक फेस्टिवल’ का भव्य आयोजन किया जाएगा।
इसके लिए एक कमेटी बनाने का फैसला कलेक्टर ऑफिस में जिलाधिकारी आयुष प्रसाद की मौजूदगी में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में फेस्टिवल के कॉन्सेप्ट, ब्रांडिंग, जरूरी प्लानिंग, पर्यटन वृद्धि और रोजगार सृजन (80 लाख लोगों को) पर विस्तार से चर्चा हुई।
कमेटी का गठन और उद्देश्य : मीटिंग में नासिक फेस्टिवल के लिए एक स्वतंत्र और सक्षम कमेटी बनाने पर चर्चा हुई। यह कमेटी जिलाधिकारी की अध्यक्षता में काम करेगी और इसमें पर्यटन, कृषि, औद्योगिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक और औद्योगिक क्षेत्रों के जाने-माने सदस्यों को जगह दी जाएगी।
मीटिंग का मुख्य मकसद नासिक की पहचान को टूरिज्म, वाइन कैपिटल, एग्रो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री, सांस्कृतिक विरासत (कल्चरल हेरिटेज) और प्राकृतिक सुंदरता वाले मल्टी-डाइमेंशनल शहर के तौर पर स्थापित करना था। फेस्टिवल के दौरान पर्यटन सेक्टर में अस्थायी और स्थायी रोजगार बढ़ेगा। स्थानीय व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा, जिससे होटल, ट्रांसपोर्ट, हैंडीक्राफ्ट और फ़ूड बिजनेस की मांग बढ़ेगी।
फेस्टिवल की प्लानिंग और समन्वय (कोआर्डिनेशन) अलग-अलग सरकारी विभागों से संपर्क। स्पॉन्सर और उद्योग जगत को जोड़ना। सांस्कृतिक, खेल, भोजन और ऐतिहासिक गतिविधियों की योजना बनाना। शहर के लिए एक समग्र ब्रांडिंग रणनीति तैयार करना, जिसमें नासिक की ब्रांडिंग ताकत पर फोकस किया जाएगा।