राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले (pic credit; social media)
Maharashtra Politics over OBC Reservation: महाराष्ट्र में ओबीसी आरक्षण को लेकर चल रही सियासत एक बार फिर गरमा गई है। नागपुर में कांग्रेस द्वारा निकाले गए ओबीसी आरक्षण मोर्चे पर राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने करारा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह मोर्चा ओबीसी समाज को भ्रमित करने और राजनीतिक लाभ उठाने के लिए रचा गया एक सुनियोजित षड्यंत्र है।
बावनकुले ने कहा कि कांग्रेस हमेशा समाज को बांटकर राजनीति करने की कोशिश करती रही है। “नागपुर का यह मोर्चा समाज के नाम पर वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है। कांग्रेस नेताओं को यह समझना चाहिए कि ओबीसी समाज अब जाग चुका है और ऐसे छलावे में नहीं फंसेगा।”
राजस्व मंत्री ने स्पष्ट किया कि 2 सितंबर को जारी अध्यादेश केवल हैदराबाद गजट और मराठवाड़ा क्षेत्र तक सीमित है। “यह पूरे महाराष्ट्र में लागू नहीं है। केवल वही लोग कुणबी वंशावली का प्रमाणपत्र पाएंगे, जिनके पास वास्तविक दस्तावेज हैं। फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
बावनकुले ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा और कहा कि “ओबीसी आरक्षण खत्म करने का पाप उद्धव सरकार के कार्यकाल में हुआ था। हमारी सरकार ने ही इसे बहाल किया और ओबीसी महामंडल का गठन किया, ताकि समाज को न्याय मिल सके।”
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “जब सत्ता में थे, तब समाज के लिए कुछ नहीं किया। अब सड़क पर उतरकर सहानुभूति बटोर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार समाज के हक के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी राजनीतिक दबाव में नहीं झुकेगी।
खाद्य मंत्री छगन भुजबल की नाराजगी पर पूछे गए सवाल पर बावनकुले ने कहा, “सरकार का रुख स्पष्ट है, हैदराबाद अध्यादेश का गलत अर्थ निकालकर किसी को भी फायदा नहीं दिया जाएगा।”
कांग्रेस नेता हर्षवर्धन सपकाळ की फडणवीस पर की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए बावनकुले ने कहा, “फडणवीस पर टिप्पणी करना सूरज को दीपक दिखाने जैसा है। उनका योगदान समाज के हर तबके के लिए है।”
बावनकुले ने कहा कि भाजपा की नीति साफ है, समाज को अधिकार भी देंगे और सम्मान भी। “कांग्रेस झूठ फैलाए, लेकिन जनता अब सच्चाई जानती है।”