नासिक: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में दो फाड़ होने के बाद पार्टी में शरद पवार (Sharad Pawar) और अजित पवार (Ajit Pawar), ऐसे दो गुट बन गए हैं। दोनों गुटों ने पार्टी, चुनाव चिह्न और कार्यालय पर अपना अधिकार होने का दावा ठोंका है। इस पार्श्वभूमि पर शहर के राष्ट्रवादी कांग्रेस भवन कार्यालय को बैरिकेडिंग (Barricading) कर दी गई है। इसे देखने के बाद दोनों गुटों में से किसे अंदर जाने दिया जा रहा है? इस ओर नागरिकों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं की निगाहें लगी हुई हैं। राज्य की राजनीति में कुछ दिन पहले दूसरा बड़ा भूकंप आया था। इसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में दो फाड़ हो गए थे।
शरद पवार और अजित पवार गुट पार्टी में बन गए हैं। इसके चलते राज्य की राजनीति में जमकर हड़कंप मचा हुआ है। दोनों गुटों के पदाधिकारियों ने पार्टी, चुनाव चिह्न और कार्यालय पर दावा पेश किया है। कुछ दिन पहले शहर के राष्ट्रवादी भवन पर दोनों गुट के पदाधिकारी कार्यालय पर कब्जा लेने के लिए आमने-सामने आ गए थे। तनाव बढ़ता देख पुलिस ने हस्तक्षेप कर पदाधिकारियों को समझाया।
आगामी दिनों में कानून व्यवस्था की समस्या न निर्माण हो, इसलिए कार्यालय के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई है। आज की स्थिति में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की भीड़ कम होने से कार्यालय के प्रवेश द्वार पर ताला लगाया गया है। कार्यालय के बाहर लगाए गए बैरिकेडिंग को देख दोनों गुटों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि बैरिकेडिंग किसके लिए लगाई गई है। किस गुट के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।