
जिला अस्पताल नासिक (सोर्स: सोशल मीडिया)
नासिक: नासिक सिविल अस्पताल के बर्न वार्ड के डॉक्टर के खिलाफ अंबड़ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। डॉक्टर पर डेढ़ साल की माहेश्वरी कांबले के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है, जिससे उसकी मौत हो गई थी। जिला अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों की जांच समिति की रिपोर्ट में डॉक्टर को दोषी पाया गया है लेकिन रिपोर्ट में दोषी डॉक्टर का नाम नहीं है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या जिला अस्पताल प्रशासन डॉक्टर को बचा रहा है।
14 जून 2024 को चुंचाले शिवार में रहने वाली माहेश्वरी उस समय जल गई जब उस पर उबलता पानी गिर गया। उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था और बाद में उसे बर्न वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि वह 25% जल चुकी थी लेकिन वार्ड में मौजूद मेडिकल ऑफिसर और नर्सों ने पर्याप्त इलाज और सलाइन नहीं दी, जिससे 2 दिन बाद 16 जून 2024 को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस मामले में माहेश्वरी के माता-पिता अमर संदीप कांबले और आरती कांबले ने बर्न वार्ड के मेडिकल ऑफिसर और नर्सों पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी और पुलिस से भी मदद मांगी थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जनवरी में जिला शल्य चिकित्सक डॉ. चारुदत्त शिंदे ने 8 विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक जांच समिति गठित की थी।
जांच समिति ने मामले की जांच कर जिला शल्य चिकित्सक को रिपोर्ट सौंपी है। डॉ. शिंदे ने बताया कि रिपोर्ट में बर्न वार्ड के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी को इलाज के दौरान लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में पुलिस को सौंप दी गई है।
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रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर और अन्य के खिलाफ गंभीर आरोप दर्ज किए जाएंगे लेकिन रिपोर्ट में उन डॉक्टरों के नाम नहीं बताए गए हैं जिनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या अस्पताल दोषी डॉक्टरों को बचा रहा है।






