
वोटर लिस्ट (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nashik News: महानगरपालिका के होने वाले पंचवर्षीय चुनाव के संबंध में, धुलिया मनपा के निर्वाचन निर्णय अधिकारी ने प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित की है. इस मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी सामने आई है. प्रारंभिक तौर पर यह अपेक्षा की गई थी कि प्रभाग-वार (वार्ड-वाइज) प्रारूप मतदाता सूची में केवल सीमांकन रेखा के भीतर के आवासीय क्षेत्र का उल्लेख होगा, लेकिन यह किसी भी प्रभाग की सूची में नहीं पाया गया है. प्रभाग क्रमांक 1 से 19 तक की जानकारी का अवलोकन करने पर, संभावित उम्मीदवारों द्वारा खरीदी गई प्रारूप सूचियों में सीमांकन रेखा के भीतर के आवासीय क्षेत्र का पूर्ण उल्लेख किए बिना रेखा के बाहर के मनपा क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों को शामिल किया गया है.
सके अतिरिक्त मृत व्यक्तियों के नाम न हटाना, हजारों उम्मीदवारों के नाम दो बार होना, और सूची भाग तथा सूची भाग के आवासीय क्षेत्र का उल्लेख न होना जैसी अक्षम्य त्रुटियां इस प्रारूप मतदाता सूची में निर्वाचन निर्णय अधिकारी और उनके विभाग के कर्मचारियों ने की हैं. इस प्रारूप मतदाता सूची को प्रकाशित करते समय जानबूझकर कई बातों की अनदेखी की गई है. चूंकि सभी उम्मीदवारों ने इसके लिए निर्धारित मूल्य चुकाकर यह सूची खरीदी है, इसलिए उम्मीदवारी कर रहे उम्मीदवारों और नागरिकों में भारी रोष है, और कई नए मतदाताओं के नाम इस प्रारूप सूची में शामिल न होने से युवा वर्ग अत्यधिक नाराज है.
निर्वाचन निर्णय अधिकारी द्वारा शहर में विवादित प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित करने के कारण कई क्षेत्रों में उम्मीदवारों के बीच सूची के भागों को लेकर विवाद उत्पन्न होने की संभावना बनी हुई है. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी की ओर से, मांग की गई है कि धुलिया मनपा के निर्वाचन निर्णय अधिकारी ने राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यप्रणाली के अनुसार अपना कार्य नहीं किया है. उनकी गलतियों के कारण राज्य निर्वाचन आयोग की बदनामी हुई है. साथ ही, उन्होंने आयोग को गुमराह करने के अलावा नागरिकों और उम्मीदवारों को भी गुमराह किया है. राज्य निर्वाचन आयोग के मूल्यों और संवैधानिक अधिकारों को रौंदने के इस कृत्य के लिए, धुलिया मनपा निर्वाचन निर्णय अधिकारी पर राज्य निर्वाचन आयोग की बदनामी, गुमराह करने तथा उम्मीदवारों और नागरिकों को हुई मानसिक परेशानी के मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए और मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रूप में उन पर तथा उनके संपूर्ण कर्मचारियों पर संगठित आपराधिक स्वरूप का मुकदमा दर्ज किया जाए.
यह भी पढ़ें- 17 वर्षीय लड़की समेत 2 लोगों ने की आत्महत्या, नाशिक में मचा हड़कंप
यह मांग शिवसेना (उबाठा) की ओर से जिला प्रमुख अतुल सोनवणे, नरेंद्र परदेशी, धीरज पाटील, भरत मोरे, आनंद जावडेकर, अण्णा फुलपगारे, प्रशांत ठाकूर, पिंटू शिरसाठ, कपिल लिंगायत, शिवाजी शिरसाले, संजय पिंगले, नितीन देशमुख, विष्णू जावडेकर, निलेश कांजरेकर, अनिल शिरसाट, शुभम रणधीर, अजय चौधरी, सुरज भावसार, सचिन शिंदे, वैभव पाटील, योगेश पाटील, तेजस सपकाल आदि ने की. इस अवसर पर जिलाधिकारी भाग्यश्री विसपुते ने बताया कि वह इस संबंध में महाराष्ट्र निर्वाचन आयोग को अपनी राय भेज रही हैं.






