लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. सरना (pic credit; social media)
Nashik hub of Self-Reliant India: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में देश को आगे ले जाने के लिए अब सेना से लेकर उद्योग जगत तक एक ही आवाज उठ रही है, “बनाओ भारत में, भरो भारत पर!”। इसी कड़ी में स्कूल ऑफ आर्टिलरी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. सरना ने नासिक को आत्मनिर्भर भारत का भविष्य बताया है।
उन्होंने कहा कि नाशिक में रक्षा उत्पादन के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा, औद्योगिक वातावरण और योग्य उद्यमी सब मौजूद हैं, लेकिन स्थानीय उद्योग रक्षा क्षेत्र में कदम बढ़ाने से हिचक रहे हैं और यही चिंता का विषय है।
लेफ्टिनेंट जनरल सरना ने कहा, “नाशिक के उद्योगों में क्षमता है, लेकिन हम रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कई वस्तुएं आज भी विदेशों से आयात करते हैं। अगर हम आत्मनिर्भर भारत की भावना को सच्चे अर्थों में अपनाएं, तो नाशिक इस क्षेत्र का बड़ा हब बन सकता है।”
उन्होंने सवाल उठाया है कि जब ‘एचएएल’ जैसे बड़े उद्योगों को छोटे-बड़े घटकों की जरूरत होती है, तो नासिक के उद्यमी उन सप्लाई चेन का हिस्सा क्यों नहीं बन रहे? हमारे पास तकनीक, साधन और संसाधन हैं, बस दिशा तय करनी है।”
जनरल सरना ने कहा कि रक्षा मंत्रालय देश के छोटे और मझोले उद्योगों को सहयोग देने के लिए तैयार है। उन्होंने सुझाव दिया कि नाशिक के उद्योगपतियों को सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारियों के अनुभव का उपयोग करना चाहिए ताकि उत्पादन की गुणवत्ता और विश्वसनीयता दोनों में सुधार हो सके।
उन्होंने युवाओं से भी अपील की कि वे स्टार्टअप शुरू करें, खासकर रक्षा, एयरोस्पेस और टेक्नोलॉजी सेक्टर में। “देश को आज युवाओं के नए विचारों की जरूरत है। अगर नाशिक के युवा अब आगे आएं, तो यह शहर देश का ‘मेक इन इंडिया पॉवरहाउस’ बन सकता है।”
इस मौके पर निमा हाउस में आयोजित कार्यक्रम में निमा अध्यक्ष आशीष नहार, नितिन आव्हाड समेत कई उद्योगपति मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा “अब नाशिक सिर्फ वाइन सिटी नहीं, डिफेंस सिटी भी बनेगा!”