नागपुर. आर्किटेक्ट एकनाथ निमगड़े हत्याकांड में फरार दूसरे शार्प शूटर को सिटी पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसे जाल बिछाकर आजमगढ़ से हिरासत में लिया गया. पकड़ा गया आरोपी परवेज पठान पीरखान पठान (23) बताया गया. परवेज आजमगढ़ का रहने वाला है और नागपुर में हिंगना परिसर में रहता था. कुछ दिन पहले ही प्रकरण की जांच कर रही सीबीआई मुंबई की टीम ने राजा पीओपी उर्फ मोहनीश अंसारी को गिरफ्तार किया था वह छिंदवाड़ा का रहने वाला है.
न्यायालय ने उसे 21 जनवरी तक सीबीआई की कस्टडी में भेजा है. 6 सितंबर 2016 की सुबह गांधीबाग परिसर में निमगड़े पर अंधाधुंध फायरिंग करके हत्या की गई थी. तहसील थाने में हत्या का मामला दर्ज हुआ था लेकिन सिटी पुलिस की जांच से निमगड़े परिवार खुश नहीं था. उनके बेटे अनुपम निमगड़े ने हाई कोर्ट में अर्जी दायर करके प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की थी जिसके बाद मुंबई सीबीआई को केस सौंपा गया. हालांकि सीबीआई के हाथ कोई ठोस जानकारी नहीं आई और प्रकरण ठंडे बस्ते में चला गया.
बीते वर्ष मनीष श्रीवास हत्याकांड की जांच के दौरान निमगड़े हत्याकांड में भी रणजीत सफेलकर गैंग का नाम सामने आया. सफेलकर के करीबी कालू हाटे ने नब्बू अशरफी से संपर्क कर निमगड़े को जान से मारने की सुपारी दी. उसके कहने पर ही पीओपी और परवेज ने निमगड़े की हत्या की थी. 5 करोड़ रुपये की सुपारी होने की चर्चा है.
सिटी पुलिस की जांच पर काम करते हुए सीबीआई ने 9 जनवरी को पीओपी को गिरफ्तार किया. निमगड़े हत्याकांड के बाद परवेज ने वर्ष 2017 में हिंगना थाना क्षेत्र में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था. इस केस में वह वांटेड था. क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि परवेज आजमगढ़ में है. खबर के आधार पर उसे गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया. जल्द ही सीबीआई भी उसे अपनी कस्टडी में ले सकती है.