रोहित पवार-शशिकांत शिंदे-जितेंद्र आव्हाड (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Maharashtra Politics: एनसीपी-एसपी विधायक रोहित पवार ने सरकार को निशाना बनाते हुए कहा मुंबई चुनाव सामने देख ‘मराठी-अमराठी’ का विवाद खड़ा किया गया है। राज्य व देश में नागरिकों की विविध समस्याएं एक साइड में रह गई हैं और जातिवाद, भाषावाद, धर्मवाद पर चुनाव लड़ा जा रहा है। विवाद खड़ा कर राजनीतिक रोटी सेंकना ही भाजपा का दृष्टिकोण है।
वे नागपुर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मंडल आयोग को महाराष्ट्र में सबसे पहले लागू किया गया था। राजनीति में आरक्षण का भाजपा ने विरोध किया था। कोथरूड में मांतग समाज की लड़की की बिना वारंट गिरफ्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए रोहित ने कहा कि पुलिस ने उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया था लेकिन महिला आयोग ने उसका नाम उजागर कर दिया।
यह अपराध है लेकिन महिला आयोग के संदर्भ में कुछ नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि महिला आयोग के पास दिमाग नहीं है। आयोग अध्यक्ष ने लड़की को बदनाम किया जो उचित नहीं है। यह राज्य की संस्कृति को शोभा नहीं देता।
उद्धव ठाकरे व राज ठाकरे के एक साथ आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुंबई बेस्ट संस्था में जिस तरह से भ्रष्टाचार हो रहा है और सरकार दुर्लक्ष कर रही है। संस्था संकट में न आए इस दृष्टि से ठाकरे बंधु व परिवार एकत्र आ रहे हैं तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि मुंबई महापालिका चुनाव में क्या होता है, यह देखना होगा। अगर कॉमन एजेंडा लेकर दोनों भाई साथ आएं तो इसमें कुछ गलत नहीं है।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद अनेक नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, इस सवाल पर प्रदेशाध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने कहा कि आज पार्टी प्रमुख शरद पवार की उपस्थिति में विदर्भ में ओबीसी मंडल यात्रा शुरू हुई है। हम पुरोगामी महाराष्ट्र खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। यह शुरुआत है। विदर्भ पहले से ही राष्ट्रवादी विचारधारा का रहा है। आज अनेक लोग पार्टी छोड़ गए फिर भी नये कार्यकर्ता तैयार कर पार्टी खड़ी की जाएगी।
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वर्तमान में राज्य में भाषावाद, जातिवाद निर्माण करने का प्रयास हो रहा है। इस मंडल यात्रा के माध्यम से हम समाज के अंतिम व्यक्ति को भी राज्य की सत्य परिस्थिति से अवगत कराएंगे। स्थानीय निकाय चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि निर्णय लेने का अधिकार स्थानीय नेताओं को दिया है। हम प्रयास कर रहे हैं कि मविआ के रूप में चुनाव में उतरें।
एनसीपी-एसपी विधायक जितेन्द्र आव्हाड ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची की गड़बड़ी में यंत्रणा शामिल है। मैं नवंबर 2024 से यह मुद्दा उठा रहा हूं। उन्होंने कहा कि पार्टी टूटी लेकिन इस संदर्भ में चुनाव आयोग ने नियम तोड़कर निर्णय लिया। वोट चोरी हुई या नहीं हुई यह नहीं मालूम लेकिन आयोग की भूमिका सही नहीं है। लोकतंत्र को खत्म करने का काम स्वायत्त संस्थाओं को खत्म करके किया जा रहा है।