अवैध मुरूम खनन (सौजन्य-नवभारत)
Illegal Murum Mining: मौजा बोथिया पालोरा, तहसील रामटेक में आदिवासी किसान रविंद्र वाडिवे के साझे खेत से अवैध रूप से मुरुम निकाले जाने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि भरत उइके और रोहन विजय वाडिवे ने सड़क ठेकेदार सुनील गुप्ता की मदद से जेसीबी और ट्रैक्टर के जरिए खेत की मिट्टी निकालकर सड़क निर्माण में उपयोग किया और बाहर भी बेच दिया।
रविंद्र वाडिवे द्वारा एडिशनल कमिश्नर नागपुर को दिए गए आवेदन के अनुसार, सर्वे नंबर 296 स्थित 1.40 हेक्टेयर खेत में 4 से 5 फीट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे खेत लगभग बेकार हो गया है। खेती ही उनके परिवार का एकमात्र सहारा है, ऐसे में आजीविका पर संकट उनके सामने निर्माण हो गया है।
उन्होंने 11 और 12 जुलाई 2024 को क्रमशः एसडीओ रामटेक, थानेदार देवलापार, तहसीलदार रामटेक तथा एडिशनल तहसीलदार को लिखित शिकायतें दीं। खुदाई के समय आपातकालीन नंबर पर भी सूचना दी गई, परंतु कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। कार्रवाई करने के बजाय तहसीलदार द्वारा रविंद्र वाडिवे को 3 जनवरी 2025 को 7 लाख 60 हजार रुपये और 28 अप्रैल 2025 को 54 हजार रुपये का जुर्माना नोटिस भेज दिया गया।
आदिवासी किसान वाडिवे ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और आशंका जताई है कि खेत उजड़ने से उनके परिवार पर भूखमरी जैसी नौबत आ सकती है।
यह भी पढ़ें – बिना फायर ऑडिट के चल रहे होटल-भोजनालय, गड़चिरोली में नगर परिषद के नियमों की हो रही अनदेखी
देवलापार अपर तहसील कार्यालय में कई मामले लंबे समय से लंबित पड़े हैं। वहीं दूसरी ओर, नागपुर जिले से आने वाले राजस्व मंत्री ने भरोसा दिया है कि यदि अधिकारी कार्रवाई नहीं करेंगे तो सख्त कदम उठाए जाएंगे। अब नागरिकों की नजर इस बात पर है कि क्या ऐसे मामलों में नाकाम अधिकारियों के खिलाफ वास्तव में जानकारी मिलने पर कार्रवाई होगी।
अगर कोई और वहां या आसपास भी अवैध तरीके से खुदाई कर रहा है और हमें जानकारी मिलती है कि वहां खुदाई चल रही है, तो हम तुरंत कार्रवाई करेंगे।
– पूनम कदम, अपर तहसीलदार।