प्रतीकात्मक तस्वीर
नागपुर. कंपनी में निवेश किए गए पैसे वापस न मिलने के अवसाद में फार्मासिस्ट ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना गुरुवार की दोपहर करीब 12 बजे गणेशपेठ थाना क्षेत्र के राजधानी होटल में घटी। मृतक अक्षय भैयाभाऊ बाहेकर (51) बताया गया।
जानकारी के अनुसार अक्षय छिपिया (गोंदिया जिला) के मूल निवासी थे। वे मेयो अस्पताल में बतौर फार्मासिस्ट कार्यरत थे। अक्षय अविवाहित थे और मानेवाड़ा में किराये के मकान में रहते थे। अच्छे रिटर्न का लालच देकर उन्हें कंपनी में पैसा निवेश करने के लिए फंसाया गया। उन्होंने विश्वास के साथ निवेश भी किया लेकिन अतिरिक्त रिफंड तो दूर, कंपनी द्वारा मूल राशि का भुगतान करने से भी इनकार कर दिया गया।
धोखाधड़ी का पता चलने के बाद वे बेहद उदास थे। मंगलवार को अक्षय राजधानी होटल पहुंचे और रूम नंबर 302 बुक किया। 2 दिनों तक उन्होंने होटल में कोई ऑर्डर नहीं दिया और न ही कमरे से बाहर आए। इससे होटल स्टाफ को शक हुआ। गुरुवार दोपहर जब कर्मचारियों ने बाहर से आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं मिला। आखिरकार मास्टर चाबी से दरवाज़ा खोला गया तो अक्षय बेहोश पड़े हुए थे। उन्हें मेयो अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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इस मामले में गणेशपेठ पुलिस ने पहले आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान पुलिस को अक्षय द्वारा आत्महत्या से पहले लिखा गया सुसाइड नोट मिला। इसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि वे कंपनी द्वारा की गई धोखाधड़ी से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस संबंधित लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
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