नितिन गडकरी (सौजन्य-नवभारत)
BJP Ticket Distribution: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नागरिकों को सारी सुविधाएं व सुगम विकास मिलना चाहिए। इसके लिए आने वाला महानगरपालिका चुनाव जीतना है। जीतना भी है और अच्छा कार्यकर्ता भी बनना है। उन्होंने कहा कि मनपा चुनाव में 1 सीट के लिए 5-6 योग्य व अच्छे उम्मीदवार हैं। ऐसे में सभी के साथ न्याय करना कठिन है।
अन्याय होने के बाद भी जो अच्छा व्यवहार बनाए रखता है वही सच्चा कार्यकर्ता होता है। वे भारत रत्न अटलबिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर आयोजित अटल संवाद सभा कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि बीते चुनाव में 108 सीटें जीती थीं और इस बार कम से कम 10 सीटें अधिक चाहिए। इस अवसर पर शहर अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी, गिरीश व्यास, बंटी कुकड़े आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम में देरी से पहुंचने का कारण बताते हुए कहा कि अटलबिहारी वाजपेयी कहते थे कि घर आए लोगों से मिले बिना बाहर मत जाओ। गडकरी ने टोला मारा कि आज सुबह घर पर बड़ी ‘भीड़’ थी। उन्होंने उम्मीदवारी के लिए आने वालों की ओर संकेत करते हुए कहा कि हमारे लिए यह बड़ी दुविधा की स्थिति है।
गडकरी ने कहा कि सत्ता के माध्यम से शहर की स्थिति बदलने की मानसिकता रखने वालों को ही नगरसेवक बनना चाहिए। अगर सुबह उठकर काम करने की इच्छा नहीं है तो उम्मीदवारी मत मांगिए। उन्होंने बताया कि एक ही घर से पति, पत्नी, बहन द्वारा उम्मीदवारी मांगी जा रही है। योग्य हो तो उम्मीदवारी देने में कोई आपत्ति नहीं है लेकिन पति पत्नी के लिए या पिता बेटे के लिए न आएं। लोग स्वयं अपने लिए आएं।
पार्टी में पहले से ही उम्मीदवारी के लिए बहुत लोग हैं। दूसरी पार्टियों से आने वाले कुछ लोग पहले कहते हैं- ‘हमें कोई अपेक्षा नहीं है’ लेकिन फिर उम्मीदवारी मांगते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उम्मीदवारी देना हमारे हाथ में नहीं, जनता के हाथ में है। 4 सर्वेक्षण हुए हैं। एक मेरे पास है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 3 सर्वेक्षण मुझे दिए हैं। सारे सर्वे जनता के बीच जाकर किए गए हैं। चारों मेरे पास हैं।
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उन्होंने शहर अध्यक्ष तिवारी को सलाह दी कि अध्ययन करने के बाद ही उम्मीदवारी दें और सर्वेक्षण की सीमा से बाहर न जाएं। जनता को जिन लोगों की आवश्यकता है और जो जनता के अपेक्षित काम कर सकते हैं, ऐसे लोगों को ही उम्मीदवारी देने का निर्देश भी उन्होंने दिया।
इस अवसर पर गडकरी ने शहर की महापौर रहीं एक महिला का किस्सा भी बिना नाम लिए बताया। उन्होंने कहा कि एक महिला कार्यकर्ता ने नगरसेवक बनने की इच्छा जताई। उसे उम्मीदवारी दी गई और वह नगरसेवक चुनी गई। इसके बाद वह महापौर पद के लिए रोने लगी।
उसे महापौर भी बनाया गया। फिर उसने विधायक पद की उम्मीदवारी के लिए दबाव डाला। अब वह फिर से नगरसेवक पद के लिए उम्मीदवारी मांग रही है। उनके इस तंज पर कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के बीच हंसी फूट पड़ी।
गडकरी ने कहा कि अटल के जीवन से प्रेरणा लेकर जिस देश का निर्माण करना है, वह सपना अब भी अधूरा है। आदर्श राजनीति का स्वरूप अटल का जीवन था। शोषित-वंचितों का जीवन बदलने के लिए पार्टी की स्थापना हुई। पहले सत्ता में रहे लोगों ने जो किया वही हम भी करें तो उनके जाने और हमारे आने में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सत्ता परिवर्तन लक्ष्य नहीं बल्कि समाज परिवर्तन हमारी जिम्मेदारी है।