कामठी की सड़क (सौजन्य-नवभारत)
Kamptee News: हाईवे-247 से जुड़ा वारेगांव बायपास मार्ग नगरवासियों सहित कोराड़ी, खापरखेड़ा, भानेगांव, नवीन बीना, बीना, सुरादेवी, वारेगांव क्षेत्रवासियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मार्ग है। कामठी-बैतुल हाईवे से जुड़े इस मार्ग से प्रतिदिन सुबह से देर रात तक चौबीसों घंटे यातायात जारी रहता है। बड़ी संख्या में दोनों ओर से लोग इस मार्ग से आना जाना करते हैं।
लेकिन रात होते ही सड़क अंधेरे में डूब जाती है, अंधेरे के कारण लोगों को रात के समय इस मार्ग से आवागमन में डर लगता है। इसके चलते कई बार इस रोड पर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग इस सड़क से आना जाना करने वाले लोगों द्वारा की जा चुकी हैं, बावजूद इसके न तो हाईवे प्राधिकरण ने इस ओर ध्यान दिया और ना ही प्रशासन ने लाइट लगवाने में रूचि दिखाई है।
इसके चलते इस रोड से आने जाने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। घनघोर अंधेरे की वजह से रात के समय यहां चोरी, लूटपाट की घटनाओं का भय रहता है। कई छोटी-मोटी घटनाएं भी यहां घटित हो चुकी है। वहीं रात के समय सड़क हादसें भी इस मार्ग पर अधिक होते है। उस पर कैंटोन्मेंट क्षेत्र से लगे जंगलों की वजह से जंगली जानवरों का भय भी यहां बना रहता है।
कई बार जानवर इस मार्ग पर पाए गए है तथा वाहनों की इन जानवरों से टकराने की घटनाएं भी यहां आम है। इन सभी घटनाओं को देखते हुए लोग रात के समय इस रोड से आने जाने में डरते हैं। मार्ग पर प्रकाश व्यवस्था का खामीयाजा सर्वाधिक इस मार्ग से जुड़े ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। रात बेरात कोई आवश्यक कार्य पड़ने पर उन्हें इस अंधकारमय वातावरण से होकर आवाजाही करने को विवश होना पड़ता है।
अनेकों द्वारा लिखित निवेदन देकर इस मार्ग पर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग अधिकारियों, नेताओं यहां तक की उपमुख्यमंत्री तक से की जा चुकी है। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। जिससे लोगों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है।
नागपुर ग्रामीण क्षेत्र के अनेकों गांवों के लोग रास्तों के गड्ढों व जमा कीचड़ की समस्या से परेशान हैं। ग्रामीणों को कीचड़ भरी सड़क से निकलने को मजबूर होना पड़ रहा है। सड़कों की मरम्मत का कार्य नहीं कराए जाने के कारण विभिन्न गांव के मुख्य मार्ग की हालत बदतर हो गई है। जिस पर अब बारिश के कारण कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है। कहीं-कहीं तो पानी भरा और कीचड़ नजर आता है।
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ग्रामीणों को आए दिन शासकीय व अन्य कामकाज के लिए जिला, तहसील व अन्य स्थानों पर आना-जाना पड़ता है लेकिन आवाजाही के लिए गांव के मुख्य मार्ग पर रास्ता कीचड़ में तब्दील है। रास्ते में पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण कीचड़ पसरा है। जिसके कारण लोगों को सड़क मार्ग से निकलने में काफी परेशानी हो रही है।