सिलेंडर के लिए लगी कतार (फोटो नवभारत)
Nagpur LPG Cylinder Shortage News: नागपुर जिले सहित ग्रामीण इलाकों में एलपीजी सिलेंडर की भारी किल्लत ने आम लोगों की रसोई का चूल्हा ठंडा कर दिया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का ‘धुंधला चेहरा’ अब स्पष्ट रूप से सामने आ चुका है।
सरकार ने घर-घर गैस पहुंचाने का दावा किया था, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि गांवों के अधिकांश घरों में सिलेंडर खाली पड़े हैं और मजबूरी में महिलाओं को फिर से लकड़ी-कंडों के चूल्हे जलाने पड़ रहे हैं।
सिलेंडर रिफिल कराने पर 1,000 रुपये से ऊपर का भारी खर्च और उसके बाद भी गैस एजेंसियों का दो-टूक जवाब ‘सिलेंडर उपलब्ध नहीं है’। इस दोहरी मार ने ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक संतुलन बिगाड़ दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि, उज्ज्वला का गैस रसोई में नहीं, सिर्फ कागजों में ही जल रहा है।
गांवों में अन दिनों हर घर में खाली सिलेंडर पड़े है। घर की महिलाएं और युवतियां लकड़ी-कंडे इकट्ठा करने में लगी हुई है। अब फिर से घरों में चूल्हे जलाने की नौबत आन पड़ी है।
महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए शुरू की गई योजना अब महंगाई और किल्लत के कारण स्वास्थ्य पर ही विपरीत असर डाल रही है। आंखों में जलन, धुएं की मार, कालिख से काले पड़ते घर, वही समस्याएं फिर लौट आई हैं, जिनसे मुक्ति का वादा सरकार ने किया गया था।
ग्रामीण जब गैस वितरक के पास सिलेंडर के लिए जाते है तो वह सप्लाई नहीं मिली, टैंकर लेट है, स्टॉक खत्म है, ऐसे जवाब देता है। लेकिन ग्रामीणों को शक है कि सिलेंडर काले बाजार में खपाए जा रहे हैं। इस गंभीर स्थिति पर प्रशासन के मौन रवैये से ग्रामीणों में गहरा रोष है और यदि जल्द सप्लाई सुचारू नहीं हुई तो आंदोलन की चेतावनी भी ग्रामवासियों ने दे डाली है।
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वाड़ी के अग्रवाल एजेंसी के मैनेजर सुखदेवे ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से सिलेंडर की किल्लत बनी हुई है। खापरी डिपो में पर्याप्त ‘बल्क लिक्विड’ नहीं पहुंच पा रहा, जिससे गैस गाड़ियां बाहर ही नहीं निकल पा रहीं। नतीजा, ग्रामीण इलाकों में सप्लाई ठप है। यह स्थिति वरिष्ठ अधिकारियों को बताई है, उम्मीद है जल्द ही समाधान होगा।
एचपी गैस एजेंसी बाजारगांव के अंशुल असाटी ने कहा कि हम ग्राहकों को समय पर सेवा देने की पूरी कोशिश करते हैं, लेकिन खापरी डिपो में लगातार कमी के कारण पिछले महीनों से ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ी है। स्टॉक खत्म और मांग अधिक, इससे स्थिति और बिगड़ रही है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।