नागपुर रेलवे स्टेशन और डीआरएम गर्ग (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur News: देश के सबसे व्यस्त स्टेशन में शामिल नागपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य में अब वर्ल्ड क्लास स्टेशन की झलक नजर आने लगी है। कुल 487.77 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस प्रोजेक्ट का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है और निर्माण एजेंसियों ने तय समय सीमा के भीतर काम को अंतिम रूप देने की तैयारी तेज कर दी है।
पश्चिमी द्वार की अंडरग्राउंड पार्किंग लगभग तैयार हो चुकी है जहां 1,000 से अधिक वाहनों की व्यवस्था होगी। स्टेशन के भीतर भी निर्माण की रफ्तार भी पूरी गति पकड़ चुकी है। उम्मीद है कि अब यात्रियों को जल्द ही आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्टेशन मिलने जा रहा है।
स्टेशन रीडेवलपमेंट परियोजना के तहत पश्चिमी द्वार पर बन रही अंडरग्राउंड पार्किंग लगभग पूर्णता की ओर है। यहां 2 लेवल की पार्किंग सुविधा विकसित की जा रही है जिसमें करीब 1,000 वाहनों के खड़े होने की क्षमता होगी। 28 सितंबर को इस हिस्से में परीक्षण कार्य प्रारंभ किया गया और अब समतलीकरण व अंतिम फ़िनिशिंग का काम जारी है। इस पार्किंग के तैयार हो जाने के बाद स्टेशन परिसर में अव्यवस्थित वाहन खड़े होने की समस्या समाप्त होगी और यात्रियों को सुगम प्रवेश व निकास की सुविधा मिलेगी।
पूर्वी भाग में विशाल स्टेशन भवन का ढांचा तैयार हो चुका है। यहां तकनीकी कार्य, जैसे– विद्युत फिटिंग, टाइलिंग, फॉल्स सीलिंग, पेंटिंग आदि का काम तेजी से चल रहा है। अधिकारियों की मानें तो यह भवन पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। यहां वातानुकूलित प्रतीक्षालय, अत्याधुनिक टिकट काउंटर, डिजिटल सूचना प्रणाली और दिव्यांग यात्रियों के लिए अलग व्यवस्था इस भवन की विशेषता होगी, साथ ही ये मेट्रो रेल से भी जोड़ा जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 11 दिसंबर 2022 को नागपुर और अजनी स्टेशन के पुनर्विकास परियोजना का भूमिपूजन किया गया था। तब नागपुर स्टेशन के लिए 36 महीनों की डेडलाइन तैयार की गई थी और दिसंबर 2025 तक निर्माण पूरा होना था। रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने भूमिपूजन के तुरंत बाद जनवरी 2023 से काम भी शुरू कर दिया गया था।
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हालांकि विशाल आधारभूत संरचना के कारण नींव के कार्य में आधे से ज्यादा समय बीत गया। खास बात रही कि इस बीच ट्रेनों का परिचालन भी बाधित नहीं होने दिया गया। उधर, अब डेडलाइन के केवल 2 महीने ही बाकी होने से निर्माण की रफ्तार तेज कर दी गई है। हालांकि अभी 12 मीटर के एफओबी, प्लेटफॉर्म के शेड, फर्श के अलावा एस्केलेटर और ट्रैवलेटर, नया बुकिंग ऑफिस समेत कई प्रमुख निर्माण कार्य बाकी हैं।
मध्य रेल नागपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक विनायक गर्ग ने कहा कि भारतीय रेल नेटवर्क और देश के भौगोलिक दृष्टिकोण से नागपुर स्टेशन को भविष्य की जरूरतों के अनुसार अपग्रेड करना जरूरी है। यही कारण है कि इसके रीडेवलपमेंट को गंभीरता से लिया जा रहा है।