अविनाश हत्याकांड मामले में परिजनों ने निकाला 'कैंडल मार्च'। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: गोकुलपेठ क्षेत्र में सोमवार रात हुई कैफे संचालक अविनाश भुसारी की गोली मारकर हत्या को 5 दिन बीत चुके हैं, लेकिन मुख्य आरोपी और उसके साथी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इसी को लेकर शनिवार रात अविनाश के परिजनों और दोस्तों ने रामनगर चौक से मुख्यमंत्री निवास तक कैंडल मार्च निकालकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस अब तक केवल एक आरोपी को गिरफ्तार कर सकी है, जबकि मुख्य आरोपी शैलेष उर्फ बंटी विनोद हिरणवार (31) और उसके साथियों – साहिल उर्फ सोनू दिलीप शेंद्रे (29), शक्ती राजेश यादव (27), सौरभ उर्फ मोन्या प्रविण काळसर्पे (30), ऋतिक धीरज हिरणवार (25), अंकुश बकरा और बाबू हिरणवार की तलाश अब भी जारी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी लगातार अपना लोकेशन बदल रहे हैं और अलग-अलग शहरों में छिपे हुए हैं।
यह सनसनीखेज वारदात मुख्यमंत्री आवास से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर हुई, जिसने कानून व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। आश्चर्य की बात यह है कि अविनाश का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और न ही उसका किसी से दुश्मनी थी।
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अविनाश के परिजनों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफ्तार कर सख्त सज़ा नहीं दी गई, तो वे आंदोलन और तेज करेंगे। कैंडल मार्च के दौरान लोग बेहद भावुक दिखे और “अविनाश को न्याय दो” के नारे लगाए। पुलिस की ओर से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने के बाद परिजनों और समर्थकों का गुस्सा कुछ हद तक शांत हुआ।
बता दें कि मंगलवार देर रात रामनगर में रंजिश के चलते युवा कैफे संचालक अविनाश भुसारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। जब अविनाश अपने दोस्त के साथ आइस गोला खा रहा था, तभी रंजिश के चलते 2 बाइक पर आए 4 बदमाशों ने ताबड़तोड़ 6 राउंड फायरिंग कर अविनाश को मौत के घाट उतार दिया। अंबाझरी पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चला रही है। गिरफ्तार आरोपी का नाम आकाश उर्फ शशिकांत शेंद्रे (30, काचीपुरा) है। बुधवार को उसे अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे 21 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया।