मानकापुर अंडरब्रिज (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur News: नागपुर में पूरा का पूरा प्रशासन नेताओं, मंत्रियों के पीछे घूमने में ही लगा हुआ है और इधर शहर की जनता कई तरह की समस्याओं से जूझ रही है। अधिकारियों को निवेदन भी दिये जा रहे हैं लेकिन निवारण करने की जरूरत तक नहीं समझी जा रही है। मानकापुर अंडरब्रिज में बीते करीब 16 दिनों से बारिश का पानी 4-5 फुट तक लबालब भरा हुआ है। आवागमन पूरी तरह से ठप है।
मोटर लगाकर पानी निकालने की बजाय संबंधित विभाग ने बांस लगाकर अंडरब्रिज को ही बंद कर दिया है। इससे विभाग के कर्णधारों की कार्यप्रणाली उजागर हो रही है। समस्या के निराकरण की बजाय उसके खुद-ब-खुद हल होने जाने का रास्ता शायद विभाग देख रहा है लेकिन पानी लबालब भरा है कि वह सूख नहीं सकता और बिना निकासी व्यवस्था के निकल भी नहीं सकता। आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी रविन्द्र गडोडे ने आरोप लगाया कि उत्तर नागपुर के विकास व समस्या निवारण को लेकर नेताओं व प्रशासन दोनों भेदभावपूर्ण कार्य करते हैं।
अंडरब्रिज पानी भरा होने के कारण बंद है और इस कारण ओमनगर, शंभूनगर, आर्यनगर, इरोज समिति, नूरी कॉलोनी, प्रीति सोसाइटी व अन्य बस्तियों के 2-3 लाख नागरिकों को रोजाना करीब 5 से 6 किमी का फेरा लगाना पड़ता है। मानकापुर रिंग रोड पर बड़े-बड़े ओवरब्रिज बनाए गए हैं।
सभी वाहनों की आवाजाही सर्विस रोड पर डायवर्ट की गई है जिससे ट्रैफिक जाम लग रहा है। इस अंडरब्रिज का निर्माण करीब 9.8 करोड़ रुपये खर्च कर किया गया है लेकिन पानी निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है।
नागरिकों ने नरेन्द्रनगर, मनीषनगर आदि अंडरब्रिज का पानी निकालने के लिए जिस तरह मोटर पंप लगाए गए हैं उसी तरह मानकापुर अंडरब्रिज में भी लगाने की मांग की है। इस अंडरब्रिज का निर्माण नेशनल हाईवे द्वारा किया ग या है और विभाग ने इसे ऊपर वाले के भरोसे छोड़ दिया है।
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नागपुर में खाली प्लॉट्स पर अनेक बस्तियों में बारिश का पानी भर गया है जो अब संकट बनता जा रहा है। लंबे समय से पानी की निकासी नहीं होने के चलते अब उससे दुर्गंध उठने लगी है। मच्छरों, मक्खियों, अन्य कीट की फौज पैदा हो रही है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडराने लगा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विधानसभा क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम नागपुर के तहत आने वाला न्यू मनीषनगर एरिया तेजी से विकसित हो रहा है।
न्यू-मनीषनगर में जमा पानी (सौजन्य-नवभारत)
पूरे परिसर में बस्तियों का तेजी से विस्तार हो रहा है लेकिन सुविधाएं नगण्य हैं। इस परिसर के शारदा गृह निर्माण सोसाइटी, पायल पल्लवी सोसाइटी, न्यू सोमलवाड़ा आदि क्षेत्र में बड़ी संख्या में खाली प्लॉट हैं जिसमें बारिश का पानी भर गया है। हालत यह हो गई है कि सड़ चुके पानी का रंग भी काला हो गया है। दुर्गंध उठ रही है। मच्छरों की फौज पैदा हो रही और लोगों के घरों में घुस रही है। सूरज गृह समस्या निवारण संस्था ने सीएम फडणवीस को समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए आवेदन भी दिया है लेकिन अब तक संबंधित विभागों द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया।
सोसाइटी में लगभग डेढ़ दर्जन खाली भूखंड हैं जिसमें पानी भरा हुआ है। अब इसमें खरपतवार भी उग आए हैं। मच्छरों व कीटाणुओं की पैदावार से मलेरिया व अन्य बीमारी फैलने का डर परिसर के नागरिकों को सता रहा है। लोगों के घरों में मच्छर घुस रहे हैं। सांप व बिच्छुओं का भी निकलना शुरू हो गया है जिससे बच्चों को जानलेवा खतरा बना हुआ है।
नागरिकों ने बताया कि रिक्त प्लॉट खतरनाक हो गए हैं। पानी निकासी की व्यवस्था के लिए ड्रेनेज लाइन ही नहीं है। उग आईं झाड़ियों, खरपतवार की सफाई की मांग भी नागरिकों ने स्थानीय प्रशासन से की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अंदरूनी रास्तों का डामरीकरण नहीं हुआ है। उद्यान, खेल के मैदान को विकसित करने का कार्य नहीं किया गया है। उद्यान के अनेक कार्य प्रलंबित हैं जिसे तेजी से पूर्ण करने की मांग भी नागरिकों ने की।