मनसे आंदोलन (सौजन्य-सोशल मीडिया)
ICICI Bank Fraud: नागपुर में महिला को फर्जी दस्तावेज जारी करने के खिलाफ मनसे कार्यकर्ताओं ने आईसीआईसीआई बैंक का घेराव किया। मनसे की ओर से चेतावनी दी गई कि पीड़िता को न्याय मिले और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। मनसे कार्यकर्ताओं ने बताया कि आईसीआईसीआई बैंक द्वारा रखे गए कर्मचारियों और दलाल ने अपने स्वयं के वित्तीय लाभ के लिए षड्यंत्रपूर्वक झूठे दस्तावेज और जाली प्रमाणपत्र तैयार किए।
इसके जरिए ग्राहकों को ऋण का लालच दिया और ग्राहकों को सूचित किए बिना ऋण वितरित किया। इससे नागरिकों के साथ-साथ बैंक को भी करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया है। इस बैंक से लिए गए ऋण की जानकारी दिए बिना वनश्री मूलचंद तरोने के नाम पर 7.50 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया।
इसके लिए बैंक कर्मचारी राहुल गोइकर, अमित पटले और दलाल अंकित मंगम द्वारा फर्जी वेतन पर्ची, गलत जानकारी, बैंक लेन-देन और कई फर्जी दस्तावेज तैयार किए और महिला के खाते से 4 लाख रुपये निकाल लिए गए। मनसे ने चेतावनी देते हुए दोषियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने और महिला का पूरा कर्ज 7 दिनों के भीतर माफ करने की मांग की है।
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बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख धीरज खेकरे ने 7 दिनों के भीतर इस मामले की गहन जांच करने और पीड़ित महिला को न्याय दिलाने का लिखित आश्वासन दिया है। इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विशाल बडगे, विभाग अध्यक्ष उमेश उतखेड़े, घनश्याम निखाड़े, गौरव पुरी, शशांक गिरडे, निमिष पाटणकर, दिनेश मांगलेकर, भूषण ढोबले, लोकेश कामडी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।