हडसपर रेलवे स्टेशन (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur Railways: मध्य रेल मुंबई जोन के नागपुर और पुणे शहरों के बीच यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों की वर्षों पुरानी मांग अब तक अधूरी है। यह है, एक तेज, समयबद्ध और सुविधाजनक प्रीमियम ट्रेन। दूसरी ओर सड़क मार्ग से रोजाना 60 से अधिक बसें इस रूट पर दौड़ रही हैं, रेलवे सीमित एक्सप्रेस ट्रेनों से यात्रियों की भीड़ संभालने का प्रयास कर रही है। इसमें भी सीटों की भारी कमी और अनियमित समय से आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
नागपुर-पुणे मार्ग देश के सबसे व्यस्ततम मार्गों में से एक है। लाखों छात्र, नौकरीपेशा लोग और व्यापारी इस रूट से प्रतिदिन यात्रा करते हैं। इसके बावजूद रेल प्रशासन की उपेक्षा चिंता का विषय है। इन दोनों शहरों के बीच सप्ताह में मात्र 11 जोड़ी ट्रेनें ही इस रूट पर चलती हैं जिनमें से कुछ दिनों में केवल 1 ही ट्रेन उपलब्ध होती है। ट्रेन है तो सीट नहीं और सीट है तो समय अनुकूल नहीं। इसका सीधा लाभबस ऑपरेटरों को मिल रहा है जो अनाप-शनाप किराया लेकर यात्रियों से मोटी कमाई कर रहे हैं।
प्रीमियम ट्रेनें तेज रफ्तार, समयबद्धता, आरामदायक कोच और ऑनलाइन टिकट बुकिंग जैसी सुविधाएं देती हैं। नागपुर-पुणे जैसे हाई डिमांड रूट पर वंदे भारत, दुरंतो जैसी ट्रेनें न केवल भीड़ को नियंत्रित करेंगी बल्कि यात्रियों के समय और धन दोनों की बचत करेंगी। वर्तमान में ट्रेन टिकट के लिए महीनों पहले बुकिंग करनी पड़ती है, फिर भी सीट मिलना मश्किल होता है।
रेलवे यदि सही समय पर इस मार्ग पर प्रीमियम ट्रेन चलाने की दिशा में निर्णय नहीं लेती तो बस ऑपरेटरों की मनमानी और यात्रियों की परेशानियां दोनों बढ़ती रहेंगी। साथ ही, रेलवे अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा खोता रहेगा जो उसे टिकटों, आरक्षण और सुविधाओं से प्राप्त हो सकता है।
यदि 60 बसें चल सकती हैं, तो कम से कम 3-4 प्रीमियम ट्रेनें क्यों नहीं? हडपसर स्टेशन का विकास अपने अंतिम चरण में है, नागपुर से भी ऐसी किसी तैयारी की आवश्यकता है।
केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय को नागपुर-पुणे रूट को ‘स्पेशल डिमांड’ रूट घोषित कर शीघ्र ही प्रीमियम ट्रेन सेवा शुरू करनी चाहिए। यात्रियों को न केवल ट्रेन चाहिए बल्कि समय पर, तेज और सुविधाजनक यात्रा भी चाहिए। यह केवल एक रूट की नहीं बल्कि लाखों लोगों के रोजमर्रा जीवन और क्षेत्रीय विकास की बात है। अब समय है कि रेलवे अपनी आंखें खोले और नागपुर-पुणे प्रीमियम ट्रेन को वास्तविकता बनाए।
कुछ महीनों पहले जोन के वरिष्ठ अधिकारियों ने उक्त प्रीमियम ट्रेन की मांग पर कहा था कि पुणे स्टेशन पर नई ट्रेनों के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना संभव नहीं है। ऐसे में हडपसर स्टेशन को टर्निमस के तौर पर तैयार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, हडपसर स्टेशन पर तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें – मंत्रिमंडल में अब नहीं होगा कोई बदलाव, CM फडणवीस ने मंत्रियों को दी बड़ी चेतावनी
यहां 70 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है और 31 अगस्त 2025 तक पूर्ण हो जाने की संभावना है। नये ट्रैक, यार्ड रीमॉडलिंग, फुटओवर ब्रिज, इंटरलॉकिंग सिस्टम और अन्य यात्री सुविधाओं के साथ हडपसर को एक वैकल्पिक और अत्याधुनिक स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य ही बढ़ती यात्री भीड़ को संभालना है, खासकर नागपुर-पुणे रूट पर।