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नागपुर. केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि संभाजीनगर से पुणे के बीच 230 किलोमीटर का 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे नागपुर के युवाओं के लिए वरदान साबित होगा. 15-16 घंटे का सफर वे 6 घंटे में कर सकेंगे. नौकरी करने वाले और पढ़ाई करने वाले इस मार्ग का बड़े पैमाने पर उपयोग कर घर से बेहतर तरीके से जुड़ सकेंगे. वे एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए हुए एमओयू कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय और महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी विभाग के बीच इस मार्ग के निर्माण के लिए करार किया गया. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, एमएसआईडीसी के प्रबंध निदेशक ब्रिजेश दीक्षित, एनएचएआई के ए. श्रीवास्तव, पीडब्ल्यूडी के दिनेश नंदनवार, मयूर गोपालकर, के.एस. पांडव उपस्थित थे.
गडकरी ने कहा कि इस मार्ग के निर्माण में 7,132 करोड़ रुपये की लागत आएगी. समृद्धि से जुड़ने के कारण नागपुर से पुणे जाना आसान हो जाएगा. इससे महज 6 घंटे में पुणे पहुंचा जा सकेगा. इसलिए लोग समृद्धि से जाना पसंद करेंगे. समृद्धि में भी ट्रैफिक का इजाफा होगा. उन्होंने फडणवीस से अपील की कि पुराने मार्ग को भी इससे जोड़ा जाए, इससे दोनों मार्ग उन्नत होगा और आय में भी भरपूर इजाफा देखने को मिलेगा. उन्होंने बताया कि इन मार्गों को जोड़ने के लिए 25,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है. इन मार्गों के बनने से नागपुर वाले भी सीधे संभाजीनगर, पुणे होते हुए कश्मीर और कन्याकुमारी तक सफर कर सकते हैं क्योंकि इसके आगे सूरत, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली और कटरा, श्रीनगर को जोड़ने जा रहा है.
गडकरी ने कहा कि आज पुणे में विदर्भ के हजारों युवा काम कर रहे हैं लेकिन सीमित संसाधन होने के कारण आना-जाना मुश्किल होता है. समय काफी लगने से लोग परेशान होते हैं. झंझट कम होने से युवा अपने वाहन से पुणे आना-जाना शुरू कर सकते हैं.
इस प्रोजेक्ट के आने से जहां संभाजीनगर, पुणे, जालना, बीड, नगर के लोगों को लाभ होगा, उससे अधिक लाभ नागपुर के लोगों को भी मिलने जा रहा है. समृद्धि के जरिए नागपुर के लोग सीधे 6 घंटे में पुणे पहुंच जाएंगे. उन्होंने बताया कि पुणे आउटर से जुड़ेगा, पुणे आउटर के लिए भी जगह का अधिग्रहण कर लिया गया है. इससे पुणे में प्रवेश करना आसान होगा. इसके बनने से संपूर्ण विदर्भ के लोगों को लाभ होगा और औद्योगिक विकास में मदद मिलेगी.