नागपुर. पिछले 20 दिनों में सोनेगांव और प्रतापनगर थाना क्षेत्र में एक सेंधमार ने आतंक मचा रखा था. दर्जनभर से ज्यादा वारदातों को अंजाम देकर लाखों रुपये के माल पर हाथ साफ कर दिया. क्राइम ब्रांच के यूनिट-1 की टीम को आरोपी को पकड़ने में सफलता मिली. अब तक वह 10 वारदातों को अंजाम देने की कबूली दे चुका है. पुलिस उससे 65 तोला सोना और नकद सहित 44.61 लाख रुपये का माल जब्त कर चुकी है. पकड़ा गया आरोपी बोरकुटे लेआउट, बूटीबोरी निवासी अमोल महादेव राऊत (34) बताया गया.
अमोल चर्चित सेंधमार है और पहले भी उसके खिलाफ सेंधमारी के 14 मामले दर्ज हो चुके हैं. पिछले 20 दिनों से उसने शहर में आतंक मचा रखा था. सोनेगांव थाना क्षेत्र में एक के बाद एक 8 वारदातों को अंजाम दिया. इसके अलावा प्रतापनगर थाना क्षेत्र में 3 और अजनी थाना क्षेत्र में 1 वारदात को अंजाम दिया. लगातार हो रही चोरी की वारदातों से पुलिस भी परेशान थी. पुलिस स्टेशन के अलावा क्राइम ब्रांच के यूनिट-1 की टीम भी जांच में जुटी थी. फुटेज और गोपनीय जानकारी के आधार पर पुलिस ने अमोल को पकड़ा. वह अब तक 10 वारदातों को अंजाम देने की कबूली दे चुका है.
उससे और भी 5-6 मामले उजागर हो सकते हैं. पुलिस ने उससे सोना के अलावा 6.92 लाख रुपये नकद, 636 ग्राम चांदी, 280 यूएस डॉलर, वाहन और मोबाइल भी जब्त किया है. डीसीपी सुदर्शन मुमक्का ने बताया कि अमोल केवल 8वीं तक पढ़ा है. घर पर ही उसका टेलरिंग का व्यवसाय है. शाम को दूकान बंद करके वह दोपहिया वाहन पर घूमने निकलता है. 7 से 10 बजे तक बंद मकानों की रेकी करता है. रात 2 बजे के बाद वारदातों को अंजाम देता है. ताला और दरवाजे की चिटकनी तोड़ने में वह माहिर है. पकड़े जाने से बचने के लिए वह घर से सीसीटीवी का डीवीआर भी उड़ा लेता था. वारदात को अंजाम देने के बाद डीवीआर नालों में फेंक देता था. दीपावली पर लोग छुट्टी मनाने घर से बाहर जाते हैं, इसीलिए इस दौरान चोरी की वारदातें ज्यादा हुई हैं.
पिछले 21 दिनों में 55 घरों में सेंध लगी है. नागरिकों से अपील की गई है कि घर से बाहर जाते समय मूल्यवान वस्तुएं बैंक लॉकर या सुरक्षित जगहों पर रखें. यूनिट-1 की टीम ने बढ़िया काम किया, इसीलिए सीपी अमितेश कुमार ने टीम को 50,000 रुपये का रिवार्ड जारी किया है. अमोल से और भी वारदातों का खुलासा होने वाला है. शुक्रवार को उसे न्यायालय में पेश कर पुलिस हिरासत मांगी जाएगी. इंस्पेक्टर सुहास चौधरी, एपीआई राजेंद्र गुप्ता, प्रवीण महामुनी, सचिन भोंडे, हेड कांस्टेबल बबन राऊत, विनोद देशमुख, नितिन वासनिक, सुनीत गुजर, मनोज टेकाम, सुशांत सोलंके, हेमंत लोणारे, शरद चांभारे, सोनू भावरे, योगेश वासनिक, रितेश तुमडाम, शिवशंकर रोठे, रवि राऊत, नितिन बोपुलकर, योगेश सेलुकर, चंद्रशेखर भारती और रवींद्र खेड़ेकर ने कार्रवाई को अंजाम दिया.