रामटेक कृषि सम्मेलन में श्री श्री रविशंकर का आह्वान (सौजन्य-नवभारत)
Ramtek Agriculture Conference: परिस्थितियां कभी समान नहीं रहतीं, बुरे दिन भी गुजर जाते हैं, इसलिए किसानों को चाहिए कि वे आत्महत्या जैसे कदम न उठाकर धैर्यपूर्वक संकटों का सामना करें। आज के समय में प्राकृतिक खेती ही सबसे आवश्यक है। यह आह्वान आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक एवं आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने रामटेक में किया।
रामटेक स्थित नेहरू मैदान में आयोजित कृषि प्रदर्शनी एवं सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया मानसिक तनाव से जूझ रही है। हर 4 में से एक व्यक्ति तनावग्रस्त है। अमेरिका में तो 47 प्रतिशत नागरिक अकेलेपन से पीड़ित हैं। ऐसे में जीवन में गीत, ध्यान और ज्ञान को अपनाना आवश्यक है। इससे उत्साह और मानसिक शांति प्राप्त होगी। आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रवीशंकर ने यह भी कहा कि गो-संरक्षण और कृषि संवर्धन से देश की प्रगति होगी।
इस अवसर पर जिले के जिला पालक मंत्री एवं राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे, कृषि राज्यमंत्री आशीष जायसवाल, विधायक आशीष देशमुख, राज्य कृषि मूल्य आयोग के अध्यक्ष पाशा पटेल, अपर मुख्य सचिव विकासचंद्र रस्तोगी, कृषि आयुक्त सूरज मांढरे, जिलाधिकारी विपिन इटनकर, जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनायक महामुनी, कृषि अधीक्षक, कृषि अधिकारी रवींद्र मनोहरे तथा कृषि विभाग अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान व स्थानीय नागरिक मौजूद थे।
बावनकुले ने कहा कि कृषि प्रदर्शनी और सम्मेलन का आयोजन अत्यंत सराहनीय ढंग से किया गया है। पिछले कई वर्षों में सड़कों का निर्माण किया गया है लेकिन खेतों तक जाने वाले पांधन मार्गों पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया था। अब इस दिशा में गंभीरता से काम किया जा रहा है। राज्य में मुख्यमंत्री बलीराजा सड़क विकास योजना लागू करने का संकल्प किया गया है।
कृषि मंत्री भरणे ने कहा कि रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों से अस्थायी उत्पादन तो बढ़ता है किंतु लंबे समय तक इनके उपयोग से भूमि की उर्वरता घटती है, इसलिए प्राकृतिक खेती आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इसी कारण राज्य में सेंद्रिय खेती मिशन, मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड, जल संरक्षण योजना सहित कई पहलें शुरू की गई हैं, साथ ही कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) लागू करने का भी निर्णय लिया गया है जो किसानों के लिए लाभकारी होगा।
कृषि राज्य मंत्री आशीष जायसवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में कई निर्णय लिए हैं जिनमें फसल बीमा, मुआवजा, स्मार्ट प्रोजेक्ट और नानाजी देशमुख कृषि संजीवन योजना का समावेश है। उनका कहना था कि किसानों की आत्महत्याएं पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।
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इस मौके पर आर्ट ऑफ लिविंग और जिलाधिकारी नागपुर के बीच चलित मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला शुरू करने का करार हुआ, साथ ही सेंद्रिय खेती प्रमाणीकरण, किसानों की उपज की खरीद, 1,500 किलोमीटर नालों और तालाबों की गहराई बढ़ाने एवं चौड़ीकरण संबंधी करार भी किए गए। कार्यक्रम में सेंद्रिय और शाश्वत खेती पर पुस्तिकाओं का विमोचन हुआ और कुछ प्रगतिशील किसानों का सम्मान भी किया गया। इसके अलावा रामटेक में शीघ्र ही कौशल विकास केंद्र स्थापित किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का ध्वनि मुद्रित संदेश भी प्रस्तुत किया गया। दोनों ने कृषि प्रदर्शनी और सम्मेलन के आयोजन की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दीं।