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नागपुर. महंगाई की मार अब बेकाबू हो चली है. पेट्रोल और डीजल के सहारे अब महंगाई की मार रसोई तक पहुंच गई है तो वहीं मालवाहक वाहनों ने किराया बढ़ा दिया है. इससे सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच गये हैं. सब्जियों की बढ़ती कीमतें मुश्किलें बढ़ाती जा रही हैं. अब तो थाली से हरी सब्जियां गायब होती जा रही हैं. दो सप्ताह पहले 40 रुपये बिकने वाली भिंडी का दाम बढ़कर 60 से 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. वहीं टमाटर तो इसमें एक कदम और आगे बढ़ते हुए 80 रुपये प्रतिकिलो पर जा पहुंचा है.
फूल गोभी, बरबटी फली, गवार, करेला, शिमला, टिंडा सहित अन्य सब्जियां चिल्लर बाजार में 60 से 80 रुपये प्रतिकिलो बिक रही हैं. थोक में ही दाम काफी बढ़ जाने से इसका असर चिल्लर बाजार पर भी पड़ रहा है. महंगी सब्जियों को लेकर गृहिणियों का कहना है कि पहले से ही गैस महंगा होने से घर का बजट बिगड़ा हुआ था अब सब्जी की महंगाई देखकर समझ नहीं आ रहा है कि घर कैसे संभाले.
एक दिन पहले ही आरबीआई ने अचानक प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.4 प्रश की बढ़ोतरी कर जहां महंगाई भड़काते हुए निम्न व मध्यम वर्ग पर बोझ बढ़ा दिया है, वहीं सब्जी हो या तेल, आटा हो या दूध, सभी के बढ़ते दाम कमर तोड़ने का काम कर रहे हैं. इस समय सभी की जुबां पर बस महंगाई की ही चर्चा है. व्यापारियों के अनुसार डीजल की महंगाई और लोकल की आवक नहीं होने से सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. टमाटर की आवक जयपुर और बरेली से हो रही है.
कलमना और फुले मार्केट को मिलाकर मात्र 6 गाड़ियां ही टमाटर आ रहा है जबकि शहर में कम से कम 12 गाड़ियां टमाटर लगता है. गर्मी के कारण इतने दूर से आ रहे टमाटर की क्वालिटी पर भी फर्क पड़ रहा है. टमाटर थोक में ही 60 रुपये प्रतिकिलो चल रहा है. इसी तरह की हाल हरी मिर्ची और हरे धनिया की भी बनी हुई है. थोक में हरी मिर्च और धनिया 55-60 रुपये और चिल्लर में 80 रुपये प्रतिकिलो चल रही है. करेला, शिमला और टिंडा भी 80 रुपये प्रतिकिलो बताया जा रहा है.
थोक बाजार के व्यापारी राम महाजन ने बताया कि अभी शहर के आसपास के खेत नई फसल के लिए खाली हैं. बाकी 30 प्रश खेतों में ही सब्जियां हो पा रही हैं. इस कारण शहर में सब्जियों की आवक लोकल से न के बराबर है. अभी जो भी माल आ रहा है, वह बाहर से आ रहा है. डीजल के कारण बढ़े माल भाड़े का असर सब्जियों के दाम में भी पड़ रहा है. बाहर से आते-आते सब्जियां दबने के कारण यह कुछ खराब सी हो जाती है, इस कारण हाथ में अच्छा माल कम आता है इससे इसके भाव में घट-बढ़ जारी रहती है. इस समय थोक में सबसे कम बैंगन ही मिल रहा है बाकी सभी के दाम ऊंचे चल रहे हैं.
सब्जी थोक चिल्लर
हरी मिर्च 60 80
हरा धनिया 60 80
टमाटर6080
फूल गोभी 40 60
पत्ता गोभी 20 40
बैंगन 20 40
भिंडी 30 70
करेला 60 80
चवला फली 30 60
शिमला 60 80
परवल 40 60
टिंडा 6080
कद्दू 20 40
लौकी 15 30
कटहल 50 70