नागपुर. जिला मध्यवर्ती बैंक घोटाले में हाई कोर्ट से जमानत पर बाहर पूर्व मंत्री सुनील केदार की तस्वीरों को जिला परिषद पदाधिकारियों के कक्षों से हटाने का निर्देश जिप सीईओ सौम्या ने बिना किसी का नाम लेते हुए दिया है. सीईओ ने इस संदर्भ में 7 जून, 2022 के सरकारी परिपत्रक का हवाला देते हुए पदाधिकारियों को तस्वीर हटाने के संदर्भ में पत्र लिखा है.
बता दें कि न्यायालय द्वारा एनडीसीसी बैंक घोटाले में केदार को दोषी ठहराए जाने के बाद से जिप में विरोधी पक्ष भाजपा द्वारा उनकी तस्वीरों को सरकारी इमारत से हटाने की मांग की जा रही है. एक सप्ताह पूर्व जिप परिसर में इसी मांग को लेकर भाजपा के विधायकों व कार्यकर्ताओं ने 4-5 घंटे धरना आंदोलन किया था और चेतावनी दी थी कि 3 दिनों में अगर कार्रवाई नहीं की गई तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा. चूंकि जिप में कांग्रेस नेता सुनील केदार का गुट का एकतरफा कब्जा है इसलिए उनके समर्थक पदाधिकारियों ने अपने कक्षों में उनकी तस्वीरें लगा रखी हैं. सीईओ ने सभी पदाधिकारियों को इस संदर्भ में व्यक्तिगत रूप से पत्र भेजा है.
सीईओ ने सरकारी परिपत्रक का हवाला देते हुए यह स्पष्ट किया है कि सरकार की मान्यता के बिना स्थानीय निकाय संस्थाओं के कार्यालयों, सभागृहों में सरकार द्वारा मान्य 24 राजनेता व सामाजिक नेताओं की तस्वीरों को छोड़कर अन्य किसी की तस्वीर नहीं लगाई जा सकती है. हालांकि यह ध्यान में आया है कि जिला परिषद में 24 मान्य नेताओं के अतिरिक्त अन्य व्यक्ति की तस्वीर पदाधिकारियों के कार्यालय में लगाई गयी है. जिला परिषद सरकारी इमारत होने से जिप के सभी कार्यालयों में यह परिपत्रक लागू होता है. इसलिए तत्काल परिपत्रक अनुसार कार्यवाही की जाए.
विरोधी पक्ष नेता आतिश उमरे ने चेतावनी दी है कि अगर केदार की तस्वीरें पदाधिकारियों के कार्यालय में लगी नजर आईं और जिप प्रशासन उसे नहीं निकलवा पाया तो विभागीय आयुक्त से जिप प्रशासन अर्थात सीईओ पर कार्रवाई की मांग करेंगे.