बच्चू कडू
Nagpur Farmers Protest: बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच द्वारा दिए गए नोटिस के बाद आज पुलिस ने प्रहार जनशक्ति के प्रमुख बच्चू कडू के धरना स्थल पर पहुंचकर उन्हें अदालत का आदेश दिखाया। अदालत ने बच्चू कडू और अन्य प्रदर्शनकारियों को बुधवार शाम 6 बजे तक धरना स्थल खाली करने का निर्देश दिया था।
पुलिस के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए बच्चू कडू ने कहा कि वे अदालत का अनादर नहीं करना चाहते और स्थान खाली करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनका स्पष्ट दावा था कि उन्हें और अन्य नेताओं को पहले जेल में व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। कडू ने कहा कि वे अपनी मर्जी से धरना स्थल खाली नहीं करेंगे।
स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी के साथ मौजूद कडू ने आगे कहा कि अगर पुलिस कार्रवाई करना चाहती है तो उन्हें गिरफ्तार कर लेना चाहिए। उनका कहना था कि अदालत का आदेश लागू होना चाहिए, लेकिन आंदोलन भी जारी रहेगा और किसी भी जेल को खाली नहीं छोड़ा जाना चाहिए।
कडू ने आर्थिक और सामाजिक संकट में फंसे किसानों की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि अदालत ने परिसर खाली करने का आदेश इसलिए दिया कि खबरों के कारण लोगों में बेचैनी फैल रही है। उन्होंने कहा कि वे अदालत का अनादर नहीं करना चाहते, परंतु उनका सवाल यह है कि रोज़ मरने वाले किसानों के लिए क्या अदालत कोई आदेश नहीं दे रही। कडू का कहना था कि यदि उनका धरना किसानों को आत्महत्या करने से रोक रहा है तो एक दिन में फैसला लेना उचित नहीं है और इस पर विचार-विमर्श होना चाहिए।
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बच्चू कडू ने अपील की कि जनता और प्रशासन अदालत के निर्णय को नजरअंदाज न करें, पर साथ ही चेतावनी दी कि यदि ऐसी घटनाएँ लगातार बढ़ती रहीं तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि यदि अदालत किसी समाचार के आधार पर आदेश दे रही है तो वे उसे मानने को तैयार हैं और जहाँ कहा जाएगा वे चले जाएंगे—लेकिन पहले उन्हें और आंदोलनकारियों को जेल में रखने की तैयारी करनी होगी।