पृथ्वीराज चव्हाण व शरद पवार (सोर्स: एएनआई)
मुंबई: महाराष्ट्र में बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोपी की पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई। विपक्षी दलों द्वारा घटना पर आश्चर्य जताये जाने और इसकी व्यापक व न्यायिक जांच की मांग के बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस ने आरोपी को आत्मरक्षा में गोली मारी। अधिकारी ने बताया कि आरोपी की गोलीबारी में एक सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) घायल हो गया, जिसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
विपक्षी दलों ने इस घटना की निंदा की है और घटनाक्रम पर सवाल उठाए हैं और यह भी पूछा है कि क्या यह उस मामले में सबूत नष्ट करने का प्रयास है, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश पैदा किया था। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया कि यह एनकाउंटर कुछ अन्य लोगों को बचाने के लिए की गई।
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि ‘‘आरोपी को कानूनी प्रावधानों के अनुसार फांसी दी जानी चाहिए थी, लेकिन उसे (तलोजा जेल से) स्थानांतरित करते समय गृह विभाग की कार्रवाई संदिग्ध है।” उन्होंने घटना की गहन जांच की मांग की।
शरद पवार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “बदलापुर में दो बच्चियों के साथ जो अन्याय हुआ, उसे उचित कानून के दायरे में अंजाम दिया जाना चाहिए था। लेकिन इस घटना के मुख्य आरोपी के तबादले में गृह विभाग द्वारा बरती गई ढिलाई सवालों के घेरे में है। ऐसा लगता है कि सरकार कानून की धमकी देने में कमजोर हो गई है ताकि भविष्य में कोई ऐसे निंदनीय कृत्य के बारे में सोच भी न सके। उम्मीद है कि इस घटना की गहन जांच से स्थिति सामने आएगी।”
बदलापूर येथे दोन चिमुरड्यांवर झालेल्या अन्यायाला न्याय मिळण्यासाठी कायद्याच्या योग्य चौकटीतून फाशी झालीच पाहीजे होती. परंतू या घटनेतील मुख्य आरोपीला स्थलांतरीत करताना गृह विभागाने दाखवलेला हलगर्जीपणा संशयास्पद आहे. भविष्यात अशा निंदनीय कृत्याची कल्पनाही कोणाच्या मनाला शिवणार नाही…
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) September 23, 2024
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शिवसेना (यूबीटी) की प्रवक्ता सुषमा अंधारे ने इस घटना की तुलना 2019 में तेलंगाना में, बलात्कार के चार आरोपियों की गोली मारकर हत्या किए जाने से की। उन्होंने कहा कि ‘‘वहां भी पुलिस ने दावा किया कि यह आत्मरक्षा में किया गया था। हालांकि, मौतों के कारण सच्चाई कभी सामने नहीं आ सकी। बदलापुर यौन उत्पीड़न के मामले में भी यही होगा। क्या अक्षय शिंदे की हत्या इसलिए की गई कि वह कुछ और भयावह बात छिपा रहा था? स्कूल प्रबंधन अभी भी क्यों फरार है।”
सुषमा अंधारे ने सवाल किया कि आखिर अक्षय शिंदे हथकड़ी लगे होने के बावजूद रिवॉल्वर छीनने में कैसे कामयाब हो गया और वह इसे चलाना कैसे जानता था। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिनके पास गृह विभाग भी है, को इन सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह राज्य के गृह मंत्री द्वारा गंभीर मामलों को संभालने में उनकी अक्षमता को दर्शाता है।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)