संजय राउत और अजित पवार (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के बाद विपक्ष ने सरकार पर धावा बोल दिया है। विपक्ष सरकार से लगातार इस हादसे के पीछे जिम्मेदार इंसान को सामने लाने की मांग कर रहा है। इस दुर्घटना को लेकर शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने विमान में साइबर हमला होने की भी आशंका जताई है। साथ ही विमान के रखरखाव पर भी सवाल उठाया है। इन सवालों ने हादसे को एक नया मोड़ देने की कोशिश की है।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, “मैं कोई विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन अहमदाबाद में उड़ान भरने के 30 सेकंड के भीतर दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान में तोड़फोड़ को लेकर गंभीर सवाल हैं। क्या किसी दुश्मन देश द्वारा विमान के सिस्टम पर कोई साइबर हमला किया गया था, क्योंकि वे अपने साइबर हमलों से हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश करते हैं?”
उन्होंने विमान को लेकर लोगों के मन में उठे डर पर बात करते हुए कहा, “जब यह बोइंग डील हुई थी, तब भाजपा इसके खिलाफ थी और उस समय प्रफुल पटेल नागरिक उड्डयन मंत्री थे। लोग अब हवाई यात्रा करने से डरते हैं। रखरखाव विमानन क्षेत्र की कुंजी है। अहमदाबाद के रखरखाव का ठेका किसके पास है? इसके लिए अहमदाबाद को ही क्यों चुना गया? अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली फ्लाइट के साथ दुर्घटना क्यों हुई? जिस तरह से मंत्री विमान के मलबे पर व्यवहार कर रहे थे, वह वाकई दुखद है।”
इस तरह की टिप्पणी सामने आने के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने तथ्यों पर ध्यान देने की बात कही है। शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत के बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, “कई सिद्धांत सामने आ रहे हैं। कुछ सेवानिवृत्त पायलट अपने विचार साझा कर रहे हैं। कुछ विशेषज्ञ भी टिप्पणी कर रहे हैं। हर कोई अपने तरीके से स्थिति की व्याख्या कर रहा है। आपको यह भी पता होना चाहिए कि इस दुर्घटना में एक व्यक्ति बच गया। इसलिए, जबकि कई लोग अलग-अलग दृष्टिकोण से बोल रहे हैं, मैं अनुरोध करता हूं कि हम वास्तव में जो हुआ उसके तथ्यों पर ध्यान केंद्रित करें।”
आपको बताते चलें, कि 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जाते समय उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 242 लोगों में से केवल एक ही यात्री जिंदा बच पाया। विमान नजदीकी मेडिकल हॉस्टल की बिल्डींग से जाकर टकराया और बड़ा विस्फोट हुआ, जिसके कारण वहां मौजूद कई मेडिकल छात्रों की भी जान चली गई।