पनवेल-कर्जत लोकल कॉरिडोर पर ट्रैक का काम शुरू (फोटो: नवभारत)
मुंबई: मुंबई-एमएमआर के उपनगरीय रेल परिवहन को विस्तार देने वाले बहुद्देश्यीय पनवेल-कर्जत लोकल रेल कॉरिडोर का काम फ़ास्ट ट्रैक पर है। एमआरवीसी के इस प्रोजेक्ट के लिए शनिवार का दिन मील का पत्थर साबित हुआ जब इस सबर्बन रेल कॉरिडोर पर बिछाने के लिए विशेष रूप से तैयार रेल पैनल्स का पहला ईयूआर (इंड अनलोडिंग रेक) परियोजना स्थल पर दाखिल हुआ। विशेष रूप से सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा तैयार किए गए प्रत्येक रेल पैनल की लंबाई 260 मीटर और हर मीटर का वजन 60 किलो है।
इस हैवी ड्यूटी रेल पैनल को कॉरिडोर पर महोपे और चिखले स्टेशन के बीच 7.8 किमी में बिछाया जाएगा। इस विशेष ट्रैक लिंकिंग का काम पूरा होने पर जल्द ही कर्जत और चौक स्टेशनों के बीच भी रेल ट्रैक पैनल बिछाने का काम शुरू हो जाएगा।
मुंबई रेल विकास कॉर्पोरेशन के सीपीआरओ सुनील उदासी के अनुसार मुंबई शहरी परिवहन परियोजना 3 के तहत चल रहे इस डबल ट्रैक लोकल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट का 70 प्रतिशत से ज्यादा काम हो चुका है। मुंबई लोकल कॉरिडोर की सबसे लंबी सुरंग सहित इंजीनियरिंग मार्बल वाली इस परियोजना से एमएमआर की कनेक्टिविटी में तेजी से सुधार होने वाला है।
पनवेल-कर्जत लोकल कॉरिडोर पर ट्रैक का काम शुरू (फोटो: नवभारत)
एमआरवीसी के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी के अनुसार पनवेल-कर्जत उपनगरीय कॉरिडोर शुरू हो जाने पर लोकल नेटवर्क के साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास को गति मिलने वाली है। 56।82 हेक्टेयर निजी जमीन के साथ फारेस्ट लैंड का अधिग्रहण कर मंजूरी प्राप्त कर ली गई है। 2 मिलियन क्यूबिक मीटर से ज्यादा का अर्थवर्क पूरा हो चुका है।
इस कॉरिडोर पर 2,625 मीटर की सबसे लंबी सुरंग आकार ले चुकी है। एमआरवीसी ने मुख्य सुरंग-2 (वावरली टनल) की शतप्रतिशत भूमिगत खुदाई का काम पूरा कर लिया है। इस प्रोजेक्ट के तहत 3,100 मीटर की कुल तीन सुरंग खुदाई का काम हो चुका है।
एमआरवीसी के अनुसार मुंबई लोकल कॉरिडोर की सबसे लंबी सुरंग यानी 2625 मीटर की वावरली टनल का अंडरग्राउंड काम हो चुका है।जबकि लिंकिंग वर्क तेजी से चल रहा है। 300 मीटर लंबी किरावली सुरंग और 219 मीटर लंबाई की नढाल सुरंग का निर्माण भी तेजी से हो रहा है।
अत्यंत चुनौती पूर्ण इस कार्य में न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग विधि का उपयोग किया गया। सुरंग के अंदर ट्रैक संरचना गिट्टी रहित होगी। इसके अलावा पब्लिक रिफ्यूज एरिया, सुरंग नियंत्रण प्रणाली, प्रकाश व्यवस्था और वेंटिलेशन सिस्टम जैसी पर्याप्त स्मार्ट सुविधाओं का निर्माण समकालीन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया जा रहा है।
मध्य रेलवे के हार्बर लाइन पर पनवेल और मेन लाइन पर कर्जत को जोड़ने वाली यह मध्य रेल पर 5 वीं लोकल लाइन 29.6 किमी लंबी है।
2,782 करोड़ रुपए खर्च कर बनने वाला यह लोकल कॉरिडोर एमएमआर के पनवेल,खालापुर और कर्जत इन तीन तालुकों से होकर गुजरेगा। इस प्रोजेक्ट को दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
पनवेल-कर्जत सवर्बन कॉरिडोर के बीच पनवेल,चिखले,मोहोपे,चौक और कर्जत ये 5 उपनगरीय स्टेशन का काम भी एडवांस स्टेज पर है। कॉरिडोर पर 47 ब्रिज में से 29 माइनर और 6 मेजर ब्रिज का भी निर्माण पूरा हो चुका है। मोहापे और किरावली के बीच 4 आरओबी पूरे हो चुके हैं। इस परियोजना मार्ग पर पुणे एक्सप्रेस वे पर अंडरपास का काम तेजी से किया जा रहा है।गर्डर लॉन्चिंग हो चुकी है।
एमआरवीसी के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी के अनुसार कर्जत पनवेल लोकल कॉरिडोर प्रोजेक्ट स्टेट ऑफ आर्ट स्टेशन्स, ब्रिजेस,टनेल्स और फ्लाईओवर से परिपूर्ण होने वाला है। पूरा होने के बाद यह पूरे एमएमआर का लैंडमार्क लोकल कॉरिडोर प्रोजेक्ट होगा।
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इस सवर्बन कॉरिडोर के बनने से मुंबई से सेंट्रल मेन लाइन के अलावा पनवेल और कर्जत के बीच वैकल्पिक रूप से बेहतर रेल कनेक्टिविटी होगी। मुंबई से कर्जत की दूरी घटने के साथ लोकल यात्रियों का क़रीब 30 से 35 मिनिट का समय बचेगा।
-मुंबई से सूर्यप्रकाश मिश्र की रिपोर्ट