प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Navi Mumbai News In Hindi: मनपा चुनाव को देखते हुए में शहर का राजनीतिक माहौल गरमा गया है और सभी पार्टियों में शक्ति प्रदर्शन और अंदरूनी तौर पर चुनाव प्रचार शुरू हो गया है।
महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ग्रुप के कई पुराने नगरसेवकों के शिंदे सेना में शामिल होने से स्थानीय राजनीति के समीकरण तेजी से बदल रहे हैं।
हालांकि इससे यह तस्वीर साफ होती जा रही है कि आने वाले चुनाव में महापौर पद के लिएसीधी लड़ाई शिंदे सेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच होगी। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि शिंद सेना की पार्टी में हालिया एंट्री स्किं संख्या बल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आने वाले चुनाव के लिए इसके पीछे एक ठोस रणनीति बनाई गई है।
शिंदे सेना के पास अब 54 पुराने नगरसेवकों की ताकत हो गई है। खास बात यह है कि भाजपा के पास भी अभी 54 पुराने कॉपोरेटर है। इसलिए, दोनों पार्टियों की ताकत लगभग बराबर है और सत्ता की रेस तेज होने के संकेत हैं। नवी मुंबई मनपा में सत्ता पर काबिज होने के लिए 56 कॉर्पोरेटर्स का मैजिक नंबर हासिल करना जरूरी है।
इसको देखते हुए, शिंदे सेना और भाजपा दोनों ने अलग-अलग कम से कम 60 कॉर्पोरेटर्स चुनने का टारगेट रखा है। पता हो कि पिछले 25 सालों से नवी मुंबई मनपा में गणेश नाईक का दबदबा रहा है। शिंदे सेना उस ताकत को कमजोर करने के लिए तैयार है और पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ साथ, वार्ड के आधार पर रणनीति बनाने में आगे दिख रही है।
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भाजपा भी बिना किसी ढिलाई के बूथ लेवल तक एक मजबूत सिस्टम बनाने पर जोर दे रही है, नवी मुंबई में महाद्युति को लेकर अभी भी कन्ययूजन है, चर्चा है कि अगर महायुति होती है तो भाजपा और शिंदे सेना के बीच बराबर सीट-शेयरिंग का फॉर्मूला लागू हो सकता है। अगर सीट-शेयरिंग पर सहमति नहीं बनती है, तो यह लगभग तय है कि दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ेगी और उस समय प्रत्याशी एक-दूसरे का सीधा सामना करेंगे।