
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Navi Mumbai News In Hindi: जहां एक तरफ शिंदे की शिवसेना तथा भाजपा के बीच महायुति की घोषणा नहीं हुई है, वहीं दूसरी तरफ महाविकास आघाड़ी ने एक साथ मिलकर मनपा चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है।
नवी मुंबई महानगर पालिका का चुनाव कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना, शरद पवार की एनसीपी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की गई है। इन चारों घटक दलों ने नवी मुंबई मनपा में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा भी शुरू कर दी है।
शरद पवार की एनसीपी के जिला अध्यक्ष डॉ मंगेश आमले से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनकी महाविकास आघाड़ी के घटक दलों के साथ सीट शेयरिंग पर चर्चा की जा रही है और जल्द ही इच्छुक प्रत्याशियों द्वारा नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी।
पता हो कि महानगर पालिका चुनाव से ठीक पहले शरद पवार की एनसीपी के कई पूर्व नगरसेवक पार्टी छोड़कर शिंदे सेना में शामिल हो चुके हैं। शरद पवार की एनसीपी के जिला अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कुछ दिन पहले पार्टी से किनारा करते हुए अपने हाथ में धनुष बाण को धाम लिया था।
इससे पहले भी कई लोग पार्टी छोड़ चुके थे। जिसकी वजह से नवी मुंबई में शरद पवार की एनसीपी की गिनती कमजोर पार्टियों में की जाने लगी है। विधानसभा चुनाव में तुतारी के चुनाव चिन्ह पर लड़ने वाले संदीप नाईक फिर से भाजपा में वापसी की चुके हैं।
संदीप नाईक जब तक भाजपा में शामिल नहीं हुए थे, तब तक शरद पवार की एनसीपी के नेताओं ने उन्हें खुला ऑफर दिया था लेकिन संदीप नाईक ने उनके इस ऑफर की तरफ किसी प्रकार कोई ध्यान नहीं दिया।
नवी मुंबई के बेलापुर विधानसभा क्षेत्र तथा ऐरोली विधानसभा क्षेत्र कई ताकतवर लोग उद्धव ठाकरे की पार्टी से किनारा कर चुके है। ऐरोली से एम के मढ़वी अपने पूरे परिवार के साथ ऐन चुनाव से पहले अपने पूरे परिवार के साथ उद्धव सेना से किनारे कर चुके है।
जिसकी वजह से पार्टी के कमजोर होने की बात कही जा रही है। चर्चा है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी में अंदरूनी नाराजगी अभी तक पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है जिसकी वजह से अभी कई और लोग भी पार्टी से किनारा कर चुके है।
हालांकि पार्टी छोड़ने को लेकर उद्धव सेना के नेता राजन विचारे का कहना है कि इससे पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि नवी मुंबई में उद्धव ठाकरे को मानने वाला वर्ग आज भी है। इसी तरह कांग्रेस के भी कई नेता पार्टी से किनारा कर चुके है।
उद्धव ठाकरे की शिवसेना के साथ मनसे का गठबंधन हो जाने की वजह से मनसे के कार्यकर्ता भी खासे उत्साहित हैं, मनसे पहली बार नवी मुंबई मनपा में किसी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। इस बार मनसे के साथ शरद पवार की एनसीपी भी है।
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पता हो कि विधानसभा चुनाव में मनसे के जिला अध्यक्ष गजानन काले चुनाव मैदान में उतरे थे, उसमें मनसे को बेलापुर विधानसभा सीट पर 22 हजार के आसपास मत मिले थे। विधानसभा चुनाव के बाद मनसे ने नवी मुंबई की जनता से जुड़े कई मुद्दों को उठाने का काम किया है, इसलिए मनसे नेताओं को पूरा विश्वास है कि इस बार वे महायुति को बराबर की टक्कर देंगे।






