मुंबई होगी गड्ढामुक्त (pic credit; social media)
Mumbai free of potholes: मुंबई की सड़कों पर गड्ढों की समस्या खत्म करने के लिए बीएमसी ने एक बड़ी पहल शुरू की है। मानसून के दौरान रोक दिया गया सीसी रोड (कांक्रीटीकरण) का काम अब फिर से शुरू होने जा रहा है। 1 अक्टूबर से शेष बची सड़कों पर कांक्रीटीकरण का काम दोबारा तेज़ी से शुरू होगा।
बीएमसी का कहना है कि अभी तक पहले और दूसरे चरण को मिलाकर लगभग 49.07 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसमें अब तक 771 सड़कों पर 186 किलोमीटर लंबाई की सड़कें पूरी तरह कांक्रीट कर दी गई हैं। वहीं, 574 सड़कों पर आंशिक रूप से 156.74 किलोमीटर सड़क का काम पूरा हुआ है। कुल मिलाकर 31 मई 2025 तक 342.74 किलोमीटर सड़कें पूरी तरह कांक्रीट हो चुकी होंगी।
बीएमसी ने दावा किया है कि इस बार काम की पारदर्शिता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए एक ऑनलाइन डैशबोर्ड तैयार किया गया है, जहां आम लोग घर बैठे सड़क कार्यों की पूरी जानकारी देख सकेंगे। इस डैशबोर्ड पर यह भी बताया जाएगा कि कौन-सी सड़क पर काम पूरा हो चुका है और किन सड़कों पर काम कब तक पूरा होगा। यह जानकारी https://roads.megm.gov.in/publicdashboard/ पर उपलब्ध रहेगी।
काम की गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए बीएमसी ने आईआईटी मुंबई को जिम्मेदारी सौंपी है। यानी अब हर सड़क का तकनीकी निरीक्षण विशेषज्ञों की देखरेख में होगा, जिससे भविष्य में सड़कें टिकाऊ और बेहतर गुणवत्ता की बन सकें।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त (परियोजना) अभिजीत बांगर ने कहा कि “गड्ढामुक्त मुंबई” अभियान के तहत शहरवासियों को भरोसा दिलाया गया है कि काम पूरी पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ होगा। उन्होंने बताया कि मानसून के बाद शुरू होने वाले कामों की अनुमानित अवधि भी डैशबोर्ड पर दी जाएगी, ताकि लोग पहले से जान सकें कि कब तक उनकी सड़क दुरुस्त हो जाएगी।
मुंबई जैसे व्यस्त शहर में सड़कों की स्थिति सीधे यातायात और आम जनता की सुविधा से जुड़ी होती है। हर साल बारिश के बाद गड्ढों की समस्या से लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। इस बार बीएमसी का दावा है कि बड़े पैमाने पर कांक्रीटीकरण कर सड़कों को स्थायी तौर पर गड्ढामुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।