मोतीलाल नगर का पुनर्विकास शुरू (pic credit; social media)
Mumbai Motilal Nagar Redevelopment: गोरेगांव पश्चिम स्थित मोतीलाल नगर 1, 2 और 3 के पुनर्विकास परियोजना का काम पिछले दो सप्ताह से शुरू हो गया है। 143 एकड़ में फैला यह प्रकल्प मुंबई का दूसरा सबसे बड़ा पुनर्विकास प्रकल्प माना जा रहा है। इस योजना के तहत पहले चरण में बस्ती के खाली स्थानों पर निर्माण कार्य शुरू होगा। निर्माण के पहले चरण के लिए मिट्टी परीक्षण का कार्य मोतीलाल नगर में प्रारंभ किया गया है।
माहाडा के उपाध्यक्ष और सीईओ संजीव जयसवाल ने बताया कि परियोजना का निर्माण आराखड़ा अंतिम चरण में है। आराखड़ा स्वीकृत होने के बाद इसकी जानकारी स्थानीय निवासियों को दी जाएगी।
1960 के दशक में विस्थापित प्रकल्पग्रस्तों के लिए बनाए गए मोतीलाल नगर की दशकों से उपेक्षा और अनियंत्रित अवैध निर्माणों की वजह से स्थिति बेहद खराब हो गई थी। 2013 में माहाडा ने मोतीलाल नगर के पुनर्विकास के प्रयास आरंभ किए थे।
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शिल्प एसोसिएट्स के सीईओ निखित दीक्षित ने बताया कि माहाडा की नई योजना के अनुसार निवासियों को 1600 वर्ग फुट के बड़े घर दिए जाएंगे। साथ ही 987 वर्ग फुट क्षेत्र वाले व्यावसायिक गाले (दुकानें) भी प्रदान किए जाएंगे। इस बस्ती में कुल 3340 आवासीय घर और 328 व्यावसायिक गाले हैं।
म्हाडा को कुल 3.83 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र मिलेगा। यह परियोजना मुंबई के अब तक के सबसे बड़े प्रकल्पों में से एक है। निवासियों के नए घर पुराने घरों की तुलना में कई गुना बड़े होंगे।
इस परियोजना के लिए 26,000 करोड़ रुपये की बोली लगाकर माहाडा और अदगी रियल्टी के बीच अनुबंध हुआ। मोतीलाल नगर का पुनर्विकास न केवल बस्ती के निवासियों के लिए बड़े और सुरक्षित घर मुहैया कराएगा, बल्कि इसे एक नई सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा।
म्हाडा अधिकारी ने बताया कि परियोजना पूरी होने पर मोतीलाल नगर की नई पहचान बनेगी। यह न सिर्फ़ आवासीय जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि व्यावसायिक गतिविधियों के लिए भी नए अवसर प्रदान करेगा।