मुंबई के साकी नाका में प्री-मानसून बारिश
मुंबई: मंगलवार रात को 30 मिनट तक चली कम लेकिन तेज प्री-मानसून बारिश ने अंधेरी पूर्व के साकी नाका में तबाही मचा दी, जिससे वहां बाढ़ आ गई। सोशल मीडिया पर खूब वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें इस वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्र में सड़कों पर कचरा तैरता हुआ दिखाई दे रहा था। नियमित प्री-मानसून बारिश इलाके के लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है। जिससे नागरिकों ने मुंबई की मानसून की तैयारियों पर सवाल उठाना शुरू कर दिया।
90 फीट रोड पर कूड़े के ढेर – जिनकी ऊंचाई एक मंजिला इमारत के बराबर है – बेपरवाह पड़े हैं। साकी नाका के नागरिक पतन का प्रतीक बन जाने से नागरिक गुस्से में थे, जो शहर के ढहते वेस्ट मैनेजमेंट का संकेत था।
बुधवार को नगर निगम प्रशासन ने वहां कि स्थिति की समीक्षा की और दावा किया कि उन्होंने दोषी की पहचान कर ली है। उन्होंने नाला नंबर 10 को दोषी ठहराया, जो घनी आबादी वाली झुग्गियों और छोटे पैमाने की औद्योगिक इकाइयों से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा कि समस्या ये है कि आस-पास की झुग्गियों और छोटे पैमाने की इकाइयों के निवासी नालों, खासकर नाला नंबर 10 में कचरा फेंकते हैं।
🚨⛈️Little bit of Mumbai rains and we have water logging at Old Nagardas road, Andheri East.
Near Maru Dryfruits.Where else?
V@mybmc pic.twitter.com/DITzQg7wkB— Jeet Mashru (@mashrujeet) May 20, 2025
निवासी और छोटे व्यवसायी इस बात से इनकार नहीं कर रहे हैं। 90 फीट रोड पर बिजली की दुकान चलाने वाले एक सख्स ने बताया कि खैरानी रोड के पीछे की औद्योगिक इकाइयां बड़ी मात्रा में गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरे को नालियों में फेंक देती हैं। “कौन फ्रिज या सोफा नाली में फेंकता है? जब तक इस पर रोक नहीं लगेगी, तब तक कुछ नहीं बदलेगा।”
नागपुर में प्री-मानसून बारिश से बदला मौसम का मिजाज, गर्मी से मिली राहत, चली ठंडी हवा
बीते 21 मई की रात दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी के बाद जब मौसम बदला तो राहत की जगह लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। बुधवार रात को आंधी-तूफान के साथ आई बारिश ने दिल्ली और उसके आसपास के तमाम इलाकों में तबाही मचा दी, जिसकी वजह से ना केवल कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए, बल्कि 6 लोगों की जान भी चली गई।