प्रतीकात्मक तस्वीर (डिजाइन फोटो)
मुंबई: पुणे में पोर्शे एक्सीडेंट मामले से सबक लेते हुए, मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने शहर में जगह-जगह नाकाबंदी कर ‘ड्रंक एंड ड्राइव’ के खिलाफ कार्रवाई तेज़ कर दी है। इसी तरह मुंबई सिटी पुलिस ने शहर के युवाओं को नशेड़ी बनाने का स्कूल कहा जाने वाला हुक्का पार्लर, पब और बीयर बारों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है, और नाबालिगों को शराब या दूसरा नशा परोसने वालों पर कार्रवाई कर रही है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) एम रामकुमार के मार्गदर्शन में चलने वाले इस अभियान में सिर्फ एक ही रात में, मुंबई यातायात पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 442 नशेड़ी चालकों और गाड़ी चलाने वाले 23 नाबालिगों युवाओं पर मामले दर्ज किया है।
पुलिस की बार-पब पर निगरानी
मुंबई पुलिस एक विशेष अभियान के तहत नाबालिगों को नशा परोसने वाले पब, शराब की दुकान, बीयर बार और हुक्का पार्लर, पान पट्टी आदि पर नजर रख रही है। शहर के सभी पुलिस स्टेशन के अधिकारी अपने अपने आधिकारिक क्षेत्र में गश्त कर कॉम्बिंग ऑपरेशन कर रहे है, ताकि कम उम्र के बच्चों को नशा परोसने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी संबंध में पवई पुलिस ने एक बियर बार के खिलाफ कार्रवाई की है, जहां एक 16 साल के के लड़के को शराब परोसी जा रही थी। दादर पुलिस ने भी एक बार के वेटर और मैनेजर पर कार्रवाई की है, जिस पर नाबालिग को शराब परोसने का आरोप है।
मुंबई यातायात पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के अनुसार, वर्ष 2023 में नशे में गाड़ी चलाने के आरोप में पकडे गए ड्राइवरों की संख्या 2562 थी। जबकि इस साल 2024 में जनवरी से मई तक 2502 नशेड़ियों पर मामले दर्ज हुए है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 में 371 नाबालिग चालकों पर कार्रवाई हुई थी। इस वर्ष जनवरी से मई तक पकड़े गए कम उम्र के ड्राइवरों की संख्या 74 है।