प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Mumbai Fraud Case: मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक शातिर ठग गौरव मसुरकर को गिरफ्तार किया है, जो खुद को अधिकारी बताकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करता था। आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर गिरगांव में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी से 2 करोड़ रुपये नकद की धोखाधड़ी की थी। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है।
यह पूरा मामला मुंबई के नरीमन पॉइंट इलाके में स्थित एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़ा है। कंपनी के मालिक ने एक वरिष्ठ नागरिक कर्मचारी (शिकायतकर्ता) को 2 करोड़ रुपए नकद दिए थे। कर्मचारी को निर्देश दिया गया था कि यह रकम गिरगांव में एक बिजनेसमैन को सौंपनी है। इस काम के लिए कंपनी के दो अन्य कर्मचारी भी उसके साथ थे।
शाम के समय जब तीनों लोग गिरगांव इलाके में पहुंचे, तभी मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्ति उनके पास आए। आरोपियों ने उन्हें एक तरफ खड़े होने को कहा और खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। उन्होंने पीड़ितों को डराने के लिए मोबाइल फोन निकालकर वीडियो रिकॉर्ड करने का नाटक किया। आरोपियों ने शिकायतकर्ता से पूछा कि उसके बैग में क्या है, जिस पर उसने बताया कि बैग में 2 करोड़ रुपए नकद हैं।
आरोपियों ने कुछ देर तक कर्मचारियों को बातों में उलझाए रखा। इसी दौरान, एक आरोपी ने किसी को फोन किया और झूठा दावा किया कि कैश के साथ दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। फोन काटते ही, दोनों आरोपियों ने बैग छीनने की कोशिश की। आरोप है कि एक आरोपी ने शिकायतकर्ता को धक्का दिया और 2 करोड़ रुपए से भरा बैग लेकर मौके से फरार हो गया। घबराए शिकायतकर्ता ने तुरंत अपने मालिक को जानकारी दी और बाद में मुंबई के वीपी रोड पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता देखते हुए क्राइम ब्रांच ने भी समानांतर जांच शुरू की।
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जांच के दौरान, क्राइम ब्रांच ने तकनीकी सबूतों और गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की। पुलिस ने गिरगांव इलाके से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान गौरव मसुरकर के रूप में हुई है,। उसकी तलाशी लेने पर 44 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को आशंका है कि बाकी रकम फरार आरोपी के पास है। गौरव मसुरकर का एक साथी घटना के बाद से फरार है। पुलिस ने फरार आरोपी की तलाश के लिए तलाशी अभियान तेज कर दिया है। क्राइम ब्रांच पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है और फरार आरोपी की गिरफ्तारी के साथ-साथ बाकी रकम की बरामदगी के लिए जांच लगातार जारी है।