राहुल नार्वेकर (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: मुंबई की खस्ताहाल सड़कें शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्ववाली महायुति सरकार के लिए मुसीबतों का सबब बन गई। विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान सर्व दलीय विधायकों ने एक सुर में सड़कों की दुर्दशा का मुद्दा उठाया तो खुद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर भी खुद को रोक नहीं पाए। अपने निर्वाचन क्षेत्र (कोलाबा विधानसभा) की सड़कों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने मंत्री की जमकर क्लास लगाई।
विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ने खुलकर नाराजगी जाहिर करते अपने निर्वाचन क्षेत्र में लंबे समय से रुके हुए काम का उदाहरण दिया तथा खस्ताहाल सड़कों के मुद्दे पर सोमवार को मुंबई के सभी विधायकों की बैठक बुलाने का आदेश दिया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को भी उपस्थित रहने का निर्देश दिया।
मुंबई में सुस्त रफ्तार से चल रहे सड़कों के कॉन्क्रीटीकरण कार्य के कारण आम नागरिकों को हो रही परेशानी के मुद्दे पर सभी दलों के विधायकों ने शुक्रवार को विधानसभा में सरकार को घेर लिया। विधायकों ने मुंबई में सड़कों के कॉन्क्रीटीकरण कार्य में मनपा के अधिकारियों द्वारा की जा रही देरी, ठेकेदारों के साथ सांठगांठ और घोटाले जैसे विभिन्न मुद्दे विधानसभा में उठाए। विधायकों ने मुंबई में विभिन्न स्थानों पर कॉन्क्रीटीकरण कार्य के लिए सड़कों की खुदाई के कारण मुंबईकरों की दुर्दशा की ओर मंत्रियों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने विधानसभा में विभिन्न स्थानों पर ठेकेदारों की धोखाधड़ी के मामले भी उठाए।
इस अवसर पर बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सड़क के कामों की ओर इशारा किया और नगर निगम के अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। कई जगहों पर सड़कों के काम गुणवत्ता बेहद खराब है, ऐसा आरोप लगाने के साथ उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि यह अत्यंत दुख की बात है कि मीडिया और जनप्रतिनिधियों द्वारा इस संबंध में आवाज उठाने के बाद अधिकारी जागते हैं। एक प्रणाली जो करदाताओं के पैसे से बनाई गई थी। वह प्रणाली बिल्कुल भी काम नहीं कर रही है। हमें बताया गया कि 29 इंजीनियरों को चेतावनी दी गई है। लेकिन सिर्फ चेतावनी देना बेकार है। अतुल भातखलकर ने कहा कि उन्हें बताया जाना चाहिए कि उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी?
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इस दौरान मुंबई के कई दूसरे विधायक भी खस्ताहाल सड़कों के मुद्दे पर भड़के नजर आए। सरकार की ओर से विधायकों के सवालों का जवाब देने का प्रयास कर रहे उद्योग मंत्री उदय सामंत पर विधायक अमित साटम, अमित देशमुख, आदित्य ठाकरे, वरुण सरदेसाई, अमीन पटेल, योगेश सागर, मुरजी पटेल ने सवालों की बौछार कर दी। उदय सामंत ने भी सभी विधायकों को उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच का आश्वासन दिया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी अपने निर्वाचन क्षेत्र का एक उदाहरण देकर मंत्रियों को रुके हुए कामों की जानकारी दी और मुद्दे की गंभीरता का ओर उनका ध्यान दिलाया।