माणिकराव कोकाटे (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: महायुति सरकार में खेल मंत्री माणिकराव कोकाटे के विभाग बुधवार को छीन लिए गए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देर शाम जब राज्यपाल आचार्य देवव्रत को कोकाटे के सभी मंत्रालयों का अतिरिक्त प्रभार अजित पवार को सौंपने का पत्र भेजा, तब इस आशय की जानकारी मिली कि कोकाटे को बिन-विभाग का मंत्री बना दिया गया।
वैसे कयास यह लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने कोकाटे द्वारा इस्तीफा नहीं भेजे जाने के बाद उनको बर्खास्त करने का मन बना लिया है। ऐन मनपा चुनाव के पहले भ्रष्टाचार के मामले में एक बड़े मंत्री के इस्तीफे से महायुति में महाबवंडर आ गया।
बताया जा रहा है कि एक के बाद राकां के नेताओं के संदिग्ध मामलों में लिप्त होने की खबरों के कारण मुख्यमंत्री फडणवीस बुरी तरह नाराज हैं। नाशिक सेशन कोर्ट ने अवैध तरीके से सरकारी फ्लैट हासिल करने के मामले में कोकाटे को दोषी करार देते हुए 2 साल की जेल और 50 हजार के जुर्माने की सजा को बरकरार रखा था। मंगलवार को जब सजा सुनाई गई, तब कोकाटे कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। इस पर भी अदालत ने कड़ी नाराजगी जताई थी। बुधवार को दिन में ही उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया था।
सेशन कोर्ट से झटका मिलने के बाद कोकाटे के वकील अनिकेत निकम ने बॉम्बे हाई कोर्ट में – जस्टिस आरएन लड्डा के समक्ष याचिका लगाते हुए तुरंत सुनवाई की अपील की। कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई करने का फैसला किया है। सजा पर रोक लगाने की मांग नहीं की, इसलिए वो आदेश नहीं आया। हाई कोर्ट ने कहा कि वह शुक्रवार को सजा – सस्पेंड करने पर विचार करेंगे। कोकाटे के मंत्री पद पर भी शुक्रवार को ही फैसला होगा।
इधर गिरफ्तारी वारंट निकलते ही कोकाटे की तबियत बिगड गई और वे अस्पताल में भतीं हो गए। पता चला है कि सीएम फडणवीस पूरे घटनाक्रम से नाराज थे। उन्होंने डीसीएम अजित पवार की साफ संदेश दे दिया था कि जो चल रहा है, वह नहीं चलेगा, उसके बाद भी कोकाटे कोर्ट और अस्पताल की आड़ लेकर जेल जाने से बचने की कवायद करते रहे। शाम तक उनकी सभी कोशिशें फेल हो गई।
कांग्रेस की मुंबई इकाई की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने कोकाटे को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की माग की। उन्होंने राज्य की महायुति सरकार पर कोकाटे को बचाने का आरोप भी लगाया, वर्षा ने कहा कि सत्र न्यायालय द्वारा कोकाटे की दो साल की जेल की सजा बरकरार रखने के बाद भी उनका मंत्री पद पर बने रहना सत्ता के अहंकार को दर्शाता है।
लडाइयों पर संज्ञान लेकर सड़क पर होने वाली विधानसभा में तुरंत फैसले लिए जाते हैं। लेकिन आज जब फैसला लेने की जरूरत है, तो देरी क्यों हो रही है। विधानसभा अध्यक्ष को कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए और तुरंत माणिकराव कोकाटे की विधायकी रद्द करके एक मिसाल कायम करनी चाहिए- रोहित पवार
ये भी पढ़ें :- महानगरपालिका चुनाव से पहले कांग्रेस को लगा जोरदार झटका, प्रज्ञा सातव ने बदला पाला
खबर है कि विभाग छीने जाने के बाद कोकाटे ने अपना इस्तीफा डिप्टी सीएम अजित पवार को सौंप दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक अजित शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद कोकाटे के इस्तीफे पर अंतिम फैसला लेंगे, सूत्रों के मुताबिक, सीएम फडणवीस ने अजित पवार से पूछा है कि कोकाटे को हटाने की स्थिति में उनकी जगह किसे मंत्री नियुक्त किया जाएगा।