महायुति (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Maharashtra Local Body Election: बीएमसी सहित राज्य की 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव घोषित होने के बाद राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। खासकर देश की सबसे अमीर मनपा मुंबई पर सबकी निगाहें हैं।
बीएमसी की सत्ता काबिज करने महायुति में सीट शेयरिंग को लेकर महामंथन का दौर शुरू हो गया है। आज मंगलवार को भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेताओं के बीच अहम बैठक होने जा रही है। इसमें सीट बंटवारे को लेकर चर्चा होगी।
भाजपा की ओर से मुंबई उपनगर के पालक मंत्री आशीष शेलार, मुंबई अध्यक्ष अमित साटम, एमएलसी प्रवीण दरेकर और विधायक अतुल भातखलकर इस बैठक में हिस्सा लेंगे। शिंदे गुट से सांसद श्रीकांत शिंदे, मंत्री उदय सामंत सहित अन्य नेताओं के बैठक में शामिल होने की चर्चा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीएमसी की 227 सीटों में से शिंदे गुट ने 102 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोंका है। जबकि भाजपा शिंदे गुट को 90 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं है। भाजपा 130 से 135 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।
आरपीआई (आठवले) को 7 सीटें दी जा सकती हैं। यदि शिंदे गुट १० सीटों पर मान जाता है तो भाजपा के हिस्से 130 सीटें आएंगी। फिलहाल डीसीएम अजीत पवार की अगुवाई वाली एनसीपी पर मौन रखा गया है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इससे पहले पार्टी की ओर से शिंदे गुट को 75 सीटों की पेशकश की गई थी। हमारी पार्टी मिशन 150 के तहत आगे बढ़ रही है। फिलहाल महायुति में बीएमसी चुनाव को लेकर एनसीपी पर ज्यादा फोकस नहीं है।
महायुति में भाजपा, शिवसेना (शिदे गुट), एनसीपी (एपी) और केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले की पार्टी आरपीआई शामिल हैं। एनसीपी (एपी) ने पूर्व मंत्री नवाब मलिक को बीएमसी चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। मंत्री शेलार ने मलिक पर लगे आरोपों का हवाला देते हुए पहले ही दावा कर चुके हैं कि हमारी पार्टी एनसीपी से गठबंधन नहीं करेगी। इस बारे में पार्टी वरिष्ठों को भी सूचित कर दिया गया है।
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मुंबई से नवभारत लाइव के लिए विनय यादव की रिपोर्ट