मुख्यमंत्री फडणवीस (pic credit; social media)
CM Fadnavis on Delhi: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर बेबाक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिस दिन पार्टी आलाकमान कहेगा कि मुझे दिल्ली में काम करना है, तो मैं दिल्ली चला जाऊँगा। वहीं, अगर आदेश होगा कि दोनों जगह काम नहीं करना है, तो मैं घर लौट जाऊँगा। फडणवीस ने यह बात एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल के पॉडकास्ट में कही और स्पष्ट किया कि बीजेपी में सब कुछ पार्टी नेतृत्व के निर्देशानुसार चलता है।
सीएम से जब पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीब होने के नाते उनका अगला बड़ा प्रमोशन कब होगा, तो फडणवीस ने कहा कि जो लोग प्रधानमंत्री से जुड़े हैं, उन्हें पता है कि पीएम के लिए कोई भी फेवरेट और नॉन-फेवरेट नहीं होता। गलती करने पर सभी को डांट भी खानी पड़ती है।
फडणवीस ने आगामी निकाय चुनाव और राजनीतिक गठजोड़ पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक मंच पर आए और चुनाव लड़ें, तो वह इसका क्रेडिट लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी के मुद्दे पर दोनों ठाकरे बंधु 20 साल बाद एक मंच पर आए हैं और इसमें उन्हें कोई समस्या नहीं है।
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सीएम ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के साथ अपने संबंधों के बारे में भी कहा कि उनके अच्छे संबंध हैं और दोनों दल एनडीए और केंद्र सरकार का हिस्सा बने रहेंगे। उनके बीच कोई मतभेद नहीं है।
निकाय चुनाव में देरी के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के बीच का है और इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि बीजेपी और महायुति गठबंधन चुनाव के लिए तैयार हैं। कुछ जगह राजनीतिक मजबूरी के चलते अलग होकर चुनाव लड़ना पड़ सकता है, लेकिन आरोप बेबुनियाद हैं।
फडणवीस के इस बयान ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी नेतृत्व के निर्देश उनके लिए सर्वोपरि हैं और किसी भी निर्णय में पार्टी के खिलाफ कदम नहीं उठाएंगे। उनका यह खुला बयान आगामी चुनाव और गठजोड़ को लेकर भी राजनीतिक संकेत देता है।