म्हाडा फ्लैट के नाम पर ठगी (pic credit; social media)
Maharashtra News: मलाड पुलिस ने ज्वैलरी व्यवसायी को म्हाडा फ्लैट दिलाने के नाम पर ठगे गए 1 करोड़ रुपये के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने इस ठगी में शामिल दो आरोपियों को दस महीने की तलाश के बाद गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सतीश सुरेशराव जाधव और महादेवा पंढरीनाथ बोधते बताए गए हैं। दोनों को पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस पूरे धोखाधड़ी मामले में कुल चार लोग शामिल थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के अलावा, सचिन सुरेश धुरी और योगेश पांडुरंग पाटिल नाम के दो अन्य आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है।
पीड़ित ज्वैलरी व्यवसायी का नाम विजय सावंत बताया गया है, जो पिछले कई वर्षों से गहनों के व्यापार से जुड़े हैं और एक प्रतिष्ठित ज्वैलर्स कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम कर चुके हैं। साल 2019 में उनका परिचय सचिन धुरी और सतीश जाधव से हुआ। आरोपियों ने खुद को म्हाडा अधिकारी बताकर और नकली पहचान पत्र व विजिटिंग कार्ड दिखाकर विजय का विश्वास जीत लिया।
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इसके बाद उन्होंने विजय को भरोसा दिलाया कि म्हाडा की लॉटरी में उनके नाम से फ्लैट निकलवाया जा सकता है। इस झांसे में आकर विजय ने करीब 1 करोड़ रुपये आरोपियों को सौंप दिए। पैसे लेने के बाद आरोपियों ने फर्जी लॉटरी दस्तावेज भी दिखाए और विजय को यकीन दिलाया कि जल्द ही फ्लैट अलॉट हो जाएगा।
हालांकि, समय बीतने के बाद जब विजय को कोई फ्लैट नहीं मिला और संपर्क करने की कोशिश की तो आरोपी गायब हो गए। ठगी का एहसास होने पर विजय ने मालाड पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दस महीने की मेहनत के बाद दो आरोपियों को धर दबोचा। अधिकारियों ने बताया कि फरार दोनों आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी होगी।