सिडको (pic credit; social media)
Vashi-Panvel Harbor Line: वाशी-पनवेल हार्बर लाइन के 10 स्टेशनों का नियंत्रण जल्द ही मध्य रेलवे को सौंपा जा सकता है। इस संबंध में सिडको और रेलवे प्रशासन के बीच चर्चा चल रही है और माना जा रहा है कि जल्द ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, सिडको ने 25 साल पहले इन स्टेशनों का निर्माण किया था। लेकिन रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी को लेकर दोनों के बीच अक्सर मतभेद सामने आते रहे। यही वजह है कि इन स्टेशनों की स्थिति लंबे समय से दयनीय बनी हुई है। रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि आवश्यक मरम्मत और नवीनीकरण के बाद ही स्टेशनों को नए स्वरूप में स्वीकार किया जाएगा।
वाशी-पनवेल हार्बर लाइन पर प्रतिदिन लगभग 12 से 14 लाख यात्री यात्रा करते हैं। महत्वपूर्ण स्टेशनों में बेलापुर, खारघर, जुईनगर, सानपाड़ा, घनसोली, ऐरोली, रवाले और सीबीडी बेलापुर शामिल हैं। इन स्टेशनों का अधिग्रहण करने के बाद यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सुव्यवस्थित स्टेशनों का अनुभव मिलेगा।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सिडको को हर महीने औसतन 5 करोड़ रुपये अधिभार के रूप में मिलते हैं। अप्रैल से अब तक सिडको के पास 25 करोड़ रुपये से अधिक जमा हो चुके हैं। इसके बावजूद यात्रियों की शिकायत है कि स्टेशनों में लापरवाही बरती जा रही है। पुरानी इमारतें भी अब धीरे-धीरे नवीनीकरण के लिए तैयार की जाएंगी।
सिडको ने रेलवे से अनुरोध किया है कि आवश्यक मरम्मत और रखरखाव के बाद ही स्टेशनों को मध्य रेलवे के अधीन लिया जाए। इसके बाद यात्रियों को साफ-सुथरे, सुरक्षित और व्यवस्थित स्टेशनों का लाभ मिलेगा।
सिडको और रेलवे प्रशासन के बीच यह कदम मुंबई के दैनिक यात्रियों के लिए राहत की खबर है। अधिकारी यह भी बता रहे हैं कि अधिग्रहण के बाद टिकट और अधिभार की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और यात्रियों को सुविधा में सुधार महसूस होगा।