मुंबई में सोने की कीमत (सौ. सोशल मीडिया )
Gold Rate In Mumbai: पिछले कुछ दिनों से बाजार के रुख को देखते हुए तरह-तरह के संकेत मिल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने में लगभग 10% की बढ़ोतरी के बीच कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि धातुओं में अचानक तेज़ी से उठा-पटक के संकेत हैं।
यूरोपी पैसिफ़िक ऐसेट मैनेजमेंट के मुख्य अर्थशास्त्री और वैश्विक रणनीतिकार शिफ़ ने कहा, यह मामला गंभीर होता जा रहा है। सोना $4,370 डॉलर से ऊपर रहता है तो यह $4,379.93 डॉलर पर पहुँच गया। यह इस बात का संकेत है कि दुनिया में कुछ बड़ा होने वाला है।
इस तेज़ी का असर दुनिया में दिख रहा है। भारत में, दिवाली से पहले, घरेलू सोने की कीमतें रिकॉर्ड पर पहुँच गई हैं। इस साल अब तक, सोने में लगभग 70% की तेज़ी आई है, जबकि एसएंडपी 500 इंडेक्स में केवल 8% मामूली वृद्धि हुई है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के क्षेत्रीय वाइस प्रेसीडेंट व एमडी सचिन जैन ने कहा कि सोना सुरक्षित निवेश नहीं है, बल्कि एक ऐसा परिसंपत्ति वर्ग है जिसने उतार-चढ़ाव के इस दौर में अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। बढ़ती वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता में सुरक्षित निवेश की मांग से यह तेज़ी आई है।
अमेरिका-चीन व्यापार तनाव को लेकर लगातार चिंता, और फ़ेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती अटकलों ने भी निवेशकों को सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर पलायन करने पर मजबूर किया है। भू-राजनीतिक जोखिम, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी, डॉलर की कमजोरी और ईटीएफ की बढ़ती मांग सोने की कीमतों में उछाल के कम ब्याज दरों वाले मौजूदा आर्थिक माहौल को कम ब्याज दरों के माहौल को लेकर भी सोने की कीमतें तेज़ी दिखा रही हैं।
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अगले सप्ताह सोने की क़ीमतों में कुछ हद तक स्वस्थ गिरावट देखने को मिल सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि हालाँकि रिकॉर्ड तोड़ दाम तक पहुँच गई है, लेकिन त्यौहारों के बाद भी माँग कम हो गई है। विश्लेषकों ने यह राय ज़ाहिर की। वैश्विक और घरेलू बाज़ारों में नई ऊँचाइयों को छूने के बाद सराफा संघ और सीमा शुल्क दायरे में कारोबार कर सकता है। निवेशकों ने एक नया निवेश किया है। निवेशकों की सतर्कता बढ़ गई है, जिससे सोने की क़ीमतों में तेज़ी आई है।