एकनाथ शिंदे व देवेंद्र फडणवीस (सोर्स: सोशल मीडिया)
BJP-Shiv Sena Seat Sharing: महाराष्ट्र के नगर परिषद व नगर पंचायत चुनाव में दमदार प्रदर्शन के बाद डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के हौसले काफी बुलंद हैं। सूत्रों के मुताबिक अब इस सफलता के बाद शिंदे ने 29 महानगरपालिका पर होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी पर दबाव बढ़ा दिया है। उन्होंने बीजेपी के सामने नई शर्त रखते हुए अब मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र के महानगरपालिका चुनाव के लिए सम्मानजनक सीटों की डिमांड रख दी है।
सीटों के बंटवारे को लेकर सोमवार की रात सीएम देवेंद्र फडणवीस व शिंदे के बीच लंबी चर्चा हुई, लेकिन दोनों दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई है। शिंदे सेना मुंबई के अलावा ठाणे, नवी मुंबई, वसई विरार के अलावा अन्य महानगरपालिका में अपनी ताकत के आधार पर बीजेपी के साथ बराबर की हिस्सेदारी चाहती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिंदे ने मुंबई में बीजेपी से कुल 227 सीटों में से 112 सीट की मांग की है। हालांकि पहले उनकी डिमांड 125 सीटों की थी। इस वजह से बीजेपी बैकफुट पर आ गई है। बीजेपी ने शिंदे गुट को 90 सीट देने का ऑफर दिया है जिसके लिए डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे राजी नहीं हैं। हाल के निकाय चुनाव में मिली सफलता व शहरी क्षेत्रों में पकड़ का हवाला देकर शिंदे ज्यादा सीटों की डिमांड कर रहे हैं।
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शिंदे ने तर्क दिया है कि मुंबई में मुख्य मुकाबला भूमिपुत्रों को लेकर हैं। यहां ठाकरे बंधु से उनकी शिवसेना का सीधा मुकाबला है। उनका दावा है कि मुंबई शिवसेना के परंपरागत वोटर्स में ठाकरे बंधु के सामने बीजेपी को वोट देने से परहेज करेंगे।
मुंबई का किला फतह करने के लिए बीजेपी ने बीएमसी की कुल 227 सीटों में से 150 सीटों पर लड़ने का टारगेट फिक्स किया है। इस तरह से बीजेपी की सहयोगी शिंदे सेना व अजित पवार की एनसीपी के लिए सिर्फ 77 सीटें बचती है। इस वजह से महायुति में खटपट तेज हो गई है। हालांकि सहयोगी दलों के बढ़ते दबाव के बाद बीजेपी 130 से 140 सीटों के बीच लड़ने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है। मुंबई में बीजेपी ने अजित पवार की एनसीपी को दरकिनार कर दिया है।