मुंबई रेलवे विरोध प्रदर्शन (सौ. सोशल मीडिया )
CSMT Station Railway Protest: सीएसएमटी स्टेशन पर रेलवे कर्मचारी संगठनों के अचानक किए गए आंदोलन से लोकल सेवाएं ठप पड़ गईं, जिससे यात्रियों को ट्रैक पर उतरना पड़ा और भीषण दुर्घटना घटी। अब इस पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है।
रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आंदोलन के लिए स्टेशन परिसर में कोई अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बावजूद कर्मचारी स्टेशन तक कैसे पहुंचे और हालात नियंत्रण से बाहर कैसे हुए इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।
सैंडहर्स्ट रोड हादसे की जांच जीआरपी (वाशी रेलवे पुलिस) को सौंपी गई है। सवाल उठता है सैंडहर्स्ट रोड हादसे में 2 निर्दोष यात्रियों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन है? अब इसकी जांच डीआरएम करेंगे।
मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार कर्मचारी संगठनों को केवल डीआरएम कार्यालय परिसर में प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी। बावजूद इसके उन्होंने स्टेशन के अंदर आंदोलन शुरू कर दिया। इसे संभालने के लिए मात्र 12 आरपीएफ जवान तैनात थे, जिससे स्थिति को नियंत्रण में रखना संभव नहीं हो पाया।
रेलवे पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, संगठनों ने केवल आंदोलन की सूचना दी थी, औपचारिक अनुमति नहीं ली थी। हालांकि उन्हें यह चेतावनी दी गई थी कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए और यात्रियों को असुविधा नहीं होनी चाहिए। लेकिन परिस्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई, ऐसा पुलिस ने कहा।
हालांकि सूत्रों ने बताया कि गुरुवार शाम को कथित तौर पर यूनियन के सदस्य मोटरमैन ट्रेन मैनेजर लॉबी के ठीक बाहर खड़े होकर मुक्त आवाजाही को रोक रहे थे।
कम से कम 1000 सदस्य सीएसएमटी स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म की ओर मुंह करके फर्श पर बैठे थे, जिससे शाम लगभग 5.55 बजे से 6.45 बजे तक ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं, जिसके कारण अफरा-तफरी मच गई और उसके बाद सँडहर्स्ट रोड स्टेशन पर एक दुर्घटना हुई जिसमें चलती ट्रेन की चपेट में आने से 2 यात्रियों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।
66 प्लैटफॉर्म पर धरना देने का हमने कोई निर्णय नहीं लिया था, लेकिन अचानक आंदोलनकारी वहां पहुंच गए। यात्रियों की दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, पर उसका हमसे कोई संबंध नहीं है।
– प्रवीण बाजपेयी, अध्यक्ष, सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ
मुख्यालय ने विभागीय कार्यालय को निर्देश दिए हैं कि संबंधित घटनाओं की जांच कर उसकी तुरंत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
बर त के अधिकारी, मध्य रेलवे
– डॉ। स्वप्नील नीला, मुख्य जनसंपर्क
शिवसेना शिंदे गुट के राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
9 जून को हुई मुंब्रा रेल दुर्घटना की निष्पक्ष जांच के लिए इसे रिटायर्ड न्यायाधीश समिति के हवाले करने की मांग उपनगरीय रेल्वे प्रवासी महासंघ ने की है। महासंघ की अध्यक्षा लता अरगडे ने बताया कि सीएम फडणवीस को पत्र सौंपा गया है।
ये भी पढ़ें :- देश का संविधान खत्म हो गया है? वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर बोले आजमी, ‘भारत किसी एक का नहीं’
मध्य रेलवे और रेलवे पुलिस ने अलग-अलग रिपोर्ट तैयार की है, रेलवे प्रशासन ने घटना के लिए एक यात्री के बैग को जिम्मेदार बताया है, जबकि वीजेटीआई की रिपोर्ट के आधार पर रेलवे पुलिस ने वरिष्ठ विभागीय अभियंता समर यादव और सहायक अभियंता विशाल डोलस के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है।