प्रदर्शन के दौरान वर्षा गायकवाड़ को रोकने का प्रयास करती पुलिस (फोटो: नवभारत)
मुंबई: विपक्ष खासकर कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई एक बार फिर शुरू हो गई है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ हाल ही में की गई ‘ईडी’ की कार्रवाई के विरोध में मुंबई में कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था। सांसद एवं मुंबई प्रदेश अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ के नेतृत्व में ‘ईडी’ कार्यालय पर मोर्चा भी निकाला गया। लेकिन ‘ईडी’ कार्यालय की ओर बढ़ रहे मोर्चे को पुलिस की ओर से रोकने के प्रयास के दौरान सांसद वर्षा को हल्की चोट लग गई। कांग्रेस ने इसे बीजेपी सरकार की तानाशाही करार दिया है।
सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि मुंबई भाजपा के तानाशाही शासन के खिलाफ कांग्रेस की ओर से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। ‘ईडी’ कार्यालय के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान फडणवीस सरकार ने पुलिस का इस्तेमाल करके विरोधियों का दमन करने का प्रयास किया है।
मोदी की तानाशाही के खिलाफ कांग्रेस का संघर्ष जारी रखने का प्रण दोहराते हुए वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि मुझे और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अमानवीय तरीके से पीटा गया और हिरासत में लिया गया। मुंबई पुलिस की कार्रवाई को दमनकारी करार देते हुए सांसद वर्षा ने राज्य सरकार की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो लोकतंत्र को बचाने और लोगों के अधिकारों के लिए लगातार लड़ती रही है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेसी सांसद सोनिया गांधी एवं उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर से केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर आ गए हैं। नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने राहुल और सोनिया गांधी के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है तो वहीं एक अन्य मामले में रॉबर्ट वाड्रा को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए कांग्रेस आरोप पत्र को फर्जी बता रही है।
कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डरने लगे हैं। राहुल को रोकने के लिए बीजेपी ऐसे हथकंडे अपना रही है। बीजेपी के निर्देशों पर कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को ईडी निशाना बना रही है। लेकिन राहुल और कांग्रेस पार्टी भाजपा से डरने वाली नहीं है। राहुल पर मनगढ़ंत आरोप लगाकर तथा झूठे मुकदमों में फंसा कर बीजेपी और पीएम मोदी उनकी आवाज को दबाने का प्रयास लगातार कर रहे हैं।
सांसद वर्षा ने कहा कि कांग्रेस अत्याचारी अंग्रेजों के सामने नहीं झुकी, तो वह मोदी-शाह की नई ईस्ट इंडिया कंपनी के सामने कैसे झुकेगी? हम भाजपा के उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे। कांग्रेस के मोर्चे पर पुलिस की कार्रवाई के लिए उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से माफी मांगने तथा संबंधित पुलिसकर्मियों, अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
कांग्रेस के आंदोलन में प्रणील नायर, डॉ. अजंता यादव, संदीप शुक्ला, सुरेशचंद्र राजहंस, महेंद्र मुंगेकर, कचरू यादव, निजामुद्दीन राइन, ताज मोहम्मद, रमेश कांबले, अवनीश सिंह, उमर लकड़ावाला, हुकुम राज मेहता, रविकांत बावकर, क्लाइव डायस आदि नेताओं सहित बड़ी संख्या में अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।
कांग्रेस प्रवक्ता एवं मीडिया समन्वयक सुरेशचंद्र राजहंस ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के खिलाफ की गई दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का विरोध करने के लिए मुंबई कांग्रेस की ओर से ईडी कार्यालय तक निकाले गए मार्च को फडणवीस सरकार की पुलिस ने न सिर्फ रोका बल्कि उन्होंने मोर्चे का नेतृत्व कर रही सांसद वर्षा गायकवाड़ एवं अन्य कार्यकर्ताओं की पिटाई भी की। इससे वर्षा घायल हो गईं।
महाराष्ट्र की अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
महायुति सरकार पुलिस बल का प्रयोग करके विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। लेकिन कांग्रेस ऐसी कार्रवाइयों से न डरेगी और न ही रुकेगी। राज्य के गृह मंत्री और मुंबई पुलिस कमिश्नर को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए और सरकार को मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।