मुंबई-अमृतसर पश्चिम एक्सप्रेस (pic credit; social media)
Mumbai-Amritsar Paschim Express: पश्चिम रेलवे की बांद्रा टर्मिनस-अमृतसर पश्चिम एक्सप्रेस रविवार को बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गई। चलती ट्रेन से एक नहीं बल्कि दो बार डिब्बे अलग हो गए। गनीमत रही कि इस घटना में कोई यात्री घायल नहीं हुआ, वरना नतीजे बेहद खतरनाक हो सकते थे।
पहली घटना दोपहर 1:19 से 1:46 बजे के बीच बनगांव और डहाणू स्टेशनों के बीच हुई। अचानक दो डिब्बे ट्रेन से अलग हो गए जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर डिब्बों को जोड़कर ट्रेन को रवाना किया। लेकिन महज आधे घंटे बाद संजान स्टेशन के पास दोबारा वही घटना हुई और ट्रेन को आपात स्थिति में रोकना पड़ा।
इन घटनाओं की वजह से ट्रेन करीब 4 घंटे देरी से अपने गंतव्य तक पहुंची। यात्रियों का धैर्य टूट गया और गुस्सा साफ दिखाई दिया। रेलवे ने दावा किया कि न तो किसी यात्री को चोट पहुंची और न ही परिचालन पर असर पड़ा, लेकिन हकीकत यह रही कि यात्रियों को लंबी देरी और भारी असुविधा झेलनी पड़ी।
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मिली जानकारी के अनुसार, ट्रेन की 2 सेकंड एसी बोगियां (A-1 और A-2) को खराब घोषित कर हटा दिया गया था और उनकी जगह साधारण एसी डिब्बे लगाए गए। यात्रियों से प्रीमियम किराया तो वसूला गया लेकिन सुविधाएं कम मिल रही थीं। ऊपर से तकनीकी खामी ने यात्रियों को डरा दिया।
रेलवे अधिकारी लगातार इसे सामान्य तकनीकी खामी बताते रहे लेकिन एक ही ट्रेन में दो बार डिब्बे अलग होने की घटना ने रखरखाव और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों का कहना है कि अगर यह हादसा तेज रफ्तार में हुआ होता तो स्थिति बेहद भयावह हो सकती थी।
यात्रियों ने मांग की है कि रेलवे तुरंत रखरखाव मानकों की समीक्षा करे और इस तरह की घटनाओं की पूरी जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करे। फिलहाल, पश्चिम रेलवे ने तकनीकी जांच शुरू कर दी है लेकिन लोगों का भरोसा डगमगाने लगा है।