MNLU कार्यक्रम में बीआर गवई-सीएम फडणवीस (सौजन्य-एक्स)
CJI BR Gavai: सीजेआई बीआर गवई ने बुधवार को कहा कि लोकतंत्र के सभी अंग कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका नागरिकों की भलाई के लिए हैं और कोई भी अलग-थलग होकर काम नहीं कर सकता। मुंबई में महाराष्ट्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एमएनएलयू) परिसर में एक समारोह को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि स्वतंत्रता, न्याय और समानता के सिद्धांत हमारे संविधान में सन्निहित हैं।
न्यायपालिका के पास न तो तलवार की ताकत है और न ही शब्दों की। जब तक कार्यपालिका इसमें शामिल नहीं होगी न्यायपालिका को पर्याप्त बुनियादी ढांचा और कानूनी शिक्षा प्रदान करना मुश्किल है। न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि विधि शिक्षा अब अधिक व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ विकसित हो रही है।
इसलिए बुनियादी ढांचा बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने इस आलोचना का खंडन किया कि न्यायिक बुनियादी ढांचे के मामले में महाराष्ट्र सरकार कमजोर पायी गई है और कहा कि यह धारणा गलत तथ्यों पर आधारित है। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि 24 नवंबर को कार्यकाल खत्म होने से पहले यह महाराष्ट्र की उनकी आखिरी यात्रा है और वह अपने गृह राज्य में न्यायिक बुनियादी ढांचे से संतुष्ट है।
🔸CM Devendra Fadnavis at the Foundation Stone Laying Ceremony of New High Court Complex at the hands of Hon Chief Justice of India, Bhushan Gavai Ji.
Hon Chief Justice of Bombay High Court Shree Chandrashekhar, DCM Eknath Shinde, DCM Ajit Pawar, Minister ShivendraSinh Raje… pic.twitter.com/FgQ5DpYLCH — CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) November 5, 2025
न्यायमूर्ति गवई ने 14 मई 2025 को प्रधान न्यायाधीश का कार्यभार संभाला था। पहले मैं इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने से हिचकिचा रहा था। लेकिन अब मैं आभारी हूं कि एक न्यायाधीश के रूप में, जिसने कभी बंबई उच्च न्यायालय में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया था, मैं अपना कार्यकाल पूरे देश के सर्वश्रेष्ठ न्यायालय भवन की आधारशिला रखकर समाप्त कर रहा हूं।
यह भी पढ़ें – शिंदे दोबारा सीएम बने तो वह कुर्सी वापस दे देंगे, निकाय चुनाव से पहले बोले फडणवीस, कहा- गठबंधन तय
न्यायमूर्ति गवई ने न्यायपालिका के लिए बुनियादी ढांचे के मामले में हमेशा सक्रिय रहने के लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सराहना की उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में न्यायपालिका को उपलब्ध कराया गया बुनियादी ढांचा सर्वोत्तम में से एक है। आ कानून एक विकसित होती हुई सजीव और प्रगतिशील शाखा है।
विधिक शिक्षा में एक महत्वपूर्ण बदलाव रहा है। आज हम जो बुनियादी ढांचा उपलब्ध करा रहे है वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों के स्तर का है। बाबासाहब आंबेडकर ने कहा था कि एक वकील एक सामाजिक इंजीनियर भी होता है जो सामाजिक न्याय के वादे को वास्तविकता में बदलता है।
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में तीन राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय है और न्यायमूर्ति गवई इन विश्वविद्यालयों के निर्माण में बहुत सहायक रहे हैं। मुझे विश्वास है कि बहुत जल्द एमएनएलयू को अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता मिल जाएगी। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि नवी मुंबई में एजुसिटी शैक्षणिक केंद्र में दुनिया के 12 सर्वश्रेष्ठ रैंकिग वाले विश्व विद्यालय होंगे, जिनमें से सात दो से तीन वर्षों में अपने परिसर स्थापित कर लेंगे।