मुंबई एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: मुंबई एयरपोर्ट पर मंगलवार को विमान में बम होने की धमकी मिलने के बाद सभी एजेंसियां सतर्क हो गई। एयरपोर्ट प्राधिकरण ने तुरंत इस संबंध में जानकारी सभी एजेंसियों को देने के बाद विमान की जांच की। लेकिन विमान में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया। इस मामले में धमकी देने वाले व्यक्ति की तलाश की गई। इस दौरान एक संदिग्ध को अंधेरी इलाके से हिरासत में लिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई पुलिस के नियंत्रण कक्ष को मंगलवार सुबह 9 बजे के करीब धमकी भरा फोन आया था। फोन करने वाले व्यक्ति ने छत्रपति शिवाजी महाराज, एयरपोर्ट, मुंबई को बम से उड़ा देने की धमकी दी थी। धमकी देने वाले व्यक्ति ने सुबह करीब नौ बजे शहर पुलिस के मुख्य नियंत्रण कक्ष को फोन किया और कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसआईएमए) पर दोपहर करीब दो बजे विस्फोट होगा। चारों तरफ जांच करने पर कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई।
उस समय फोन करने वाले व्यक्ति की तलाश की गई तो वह व्यक्ति साकीनाका पुलिस थाना क्षेत्र में होने की जानकारी मिली। उसी अनुसार वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजीव चव्हाण के मार्गदर्शन में पुलिस उपनिरीक्षक काशीद और अपराध अन्वेषण दल वहां रवाना हुए। लेकिन उस व्यक्ति का मोबाइल बंद पाया गया। अंततः पुलिस ने तकनीक की मदद से जांच की। संदिग्ध व्यक्ति की तस्वीर और नाम प्राप्त किया गया।
उस जानकारी के आधार पर पुलिस दल ने कपड़ों की एक छोटी फैक्ट्री में काम करने वाले संदिग्ध मंजीत कुमार गौतम को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ कर उसे सहार पुलिस के हवाले किया गया। अधिकारी ने बताया कि अंधेरी पूर्व के साकीनाका निवासी आरोपी मंजीत कुमार गौतम ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने अपनी पत्नी से झगड़े के बाद हताशा में फर्जी कॉल किया था।
अधिकारी ने बताया कि पेशे से दर्जी गौतम को पुलिस थाने लाया गया और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 168 के तहत उसे नोटिस जारी किया गया। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ आगे की निवारक कार्रवाई की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि गौतम के खिलाफ आजाद मैदान पुलिस थाने में गैर-संज्ञेय मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है।
पिछले वर्ष अक्टूबर महीने से देश के सभी एयरपोर्ट्स पर, साथ ही विमान कंपनियों को धमकी भरे संदेश और कॉल्स मिलना शुरू हो गए थे। अक्टूबर के पहले पखवाड़े में धमकियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई थी। अधिकांश संदेश सोशल मीडिया के जरिए भेजे गए थे और विमान कंपनियों, स्थानीय पुलिस, एयरपोर्ट प्राधिकरण को ई-मेल अथवा मैसेज के माध्यम से धमकियां दी गई थीं।
अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में एक ही दिन में 85 नई धमकियां प्राप्त हुई थीं। इसके पहले के 15 दिनों में ही 70 से अधिक धमकी भरे संदेश प्राप्त हुए थे। प्रत्येक विमान और यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से जांच की गई। जांच में सभी धमकियां अथवा संदेश झूठे साबित हुए।