कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)
Mahavikas Aghadi Alliance: बीएमसी चुनाव में जहां मुंबई कांग्रेस ने राज ठाकरे की मनसे के साथ मिल कर चुनाव लड़ने से इनकार किया है, वहीं राकां अध्यक्ष शरद पवार ‘मन से’ राज के साथ हैं।
सूत्रों के मुताबिक बड़े पवार का कहना है कि बीएमसी चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी समेत पूरी महायुति का मुकाबला करने के लिए महाविकास आघाड़ी में उद्धव ठाकरे के साथ- साथ मनसे का होना जरूरी है। शनिवार को पवार ने अपने प्रमुख पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई।
इस बैठक में ज्यादातर नेताओं ने आघाड़ी में उद्धव व राज को भी शामिल करते हुए चुनाव लड़ने की सिफारिश की। बड़े पवार ने साफ तौर पर कहा कि बीजेपी को हराने के लिए पूरे विपक्ष का एकजुट होना बेहद जरूरी है।
इसके लिए जो भी संभव है, किया जाना चाहिए, पवार गुट के सीनियर नेता जितेंद्र आव्हाड ने भी कहा है कि बीजेपी का मुकाबला करने के लिए पूरे विपक्ष को एक मंच पर आना होगा, जिसमें मनसे की भागीदारी अहम है।
शरद पवार ने कहा कि हाल ही में वोटों की चोरी व वोटर्स लिस्ट में गड़बड़ी के खिलाफ आयोजित मार्च में कांग्रेस नेता भी मनसे के साथ शामिल हुए थे। ऐसे में जब मार्च में साथ थे तो फिर अलग-अलग चुनाव क्यों लड़ रहे हैं। राकां अध्यक्ष का साफ मानना है कि बीएमसी चुनाव में राज की पार्टी का साथ आना जरूरी है, ताकि वोटों के बंटवारे को रोका जा सके।
पवार के रुख को देखते हुए अब कांग्रेस भी ‘मनसे’ को लेकर नरम पड़ गई है। कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि हम निभा लेंगे। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे के साथ मिल कर चुनाव लड़ने पर अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान लेगा। हमारी आइडियोलॉजी मनसे से मेल नहीं खाती है लेकिन बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एक होने की जरूरत है और हम मनसे को साथ लेकर चलने के मामले पर पॉजिटिव हैं।
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यूबीटी सांसद संजय राऊत ने कहा है कि हमारी पार्टी और राज की मनसे मिल कर बीएमसी चुनाव लड़ेगी। इसमे किसी को कोई शक नहीं है। मनसे के साथ जाने का कांग्रेस का पर्सनल फैसला हो सकता है लेकिन मनसे के साथ गठबंधन के लिए हमें कांग्रेस के ऑर्डर या परमीशन की जरूरत नहीं है।