अमित ठाकरे (सौ. सोशल मीडिया )
MNS Leader Amit Thackarey: नवी मुंबई में बिना अनुमति के शिवाजी महाराज की मूर्ति का अनावरण करने पर मनसे नेता अमित ठाकरे के खिलाफ नेरुल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
मामला दर्ज होने के बाद नेरुल पुलिस उन्हें नोटिस देने शिवतीर्थ पहुंची। लेकिन अमित ने नोटिस स्वीकार नहीं किया और कहा कि वह थाने जाकर आकर नोटिस स्वीकार करेंगे। रविवार को उन्होंने नेरुल जाकर अपने पहले मामले का जश्न बड़े पैमाने पर शक्ति प्रदर्शन के साथ मनाया।
अमित ठाकरे के नवी मुंबई पहुंचने पर मनसे कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। शिवाजी की मूर्ति पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद अमित ठाकरे पैदल ही नेरुल पुलिस स्टेशन पहुंचे। नेरुल पुलिस स्टेशन पहुंचकर अमित ने नोटिस स्वीकार किया।
इसके बाद अमित ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार को यहां आने वाले थे। लेकिन पुलिस ने उनसे रविवार को आने का अनुरोध किया। अमित ठाकरे ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि शिवाजी की मूर्ति का अनावरण करने पर उन पर पहला मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि किलों का संरक्षण उनका सपना है। उन्होंने कहा कि दुनिया को हमारे किलों को समझना चाहिए, अमित ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा कि वह किलों के संरक्षण के लिए एक अभियान चलाएँगे।
अमित ठाकरे ने आगे कहा कि भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट की राजनीति के कारण पिछले कुछ महीनों से प्रतिमा का अनावरण टल रहा था। उन्होंने पूछा, ‘शिवसेना ने मेरा समर्थन किया, तो मैं चार महीने तक क्यों सोया रहा?”
अमित ठाकरे ने कहा कि मैंने यह काम इसलिए किया क्योंकि राज ठाकरे और मनसे कार्यकर्ताओं ने मुझे प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की वाशिंग मशीन में सब कुछ साफ हो जाता है।
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