राज्य में 12 दिन पहले पहुंचे मानसून की रुकी यात्रा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Monsoon News: राज्य में करीब 12 दिन पहले पहुंचा मानसून देरी से पहुंचा है और कम से कम 10 जून तक देरी से ही आएगा। इसलिए राज्य के कृषि विभाग ने किसानों से बुवाई और खेती में जल्दबाजी न करने की अपील की है। बदले हुए वातावरण के कारण मानसून की यात्रा की गति धीमी पड़ने लगी है। अब मानसून की यात्रा पूरी तरह थम गई है। कृषि विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि मानसून कम से कम 10 जून तक थमेगा। इस दौरान केवल पश्चिमी तट और राज्य के कुछ अन्य छोटे भागों में ही मुख्य रूप से हल्की बारिश होने की संभावना है।
हालांकि, राज्य के अधिकांश हिस्सों में शुष्क मौसम रहने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। विदर्भ में अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक रहने की संभावना है, जबकि मराठवाड़ा और खानदेश में अधिकतम तापमान 35 से 40 डिग्री के बीच रहेगा। इस शुष्क मौसम का बुआई और खेती पर बुरा असर पड़ने की संभावना है। इसलिए, कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे झूठी खबरों पर विश्वास करके बुआई और खेती में जल्दबाजी न करें।
इस बीच, लगातार पांचवें दिन रविवार को मानसून मुंबई, पुणे और अहिल्यानगर शहरों तक ही सीमित रहा। यह आगे नहीं बढ़ा। हालांकि, स्थानीय परिस्थितियों के कारण कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। 3 से 5 जून तक विदर्भ में बारिश की तीव्रता भारी होगी और 6 जून से बारिश की तीव्रता पूरी तरह कम हो रही है। राज्य में मानसून की प्रगति 28 मई से बाधित है। 998 से 1005 हेक्टोपास्कल तक हवा के दबाव में अचानक वृद्धि के कारण मानसूनी हवाओं में ब्रेक लग गया और यह मुंबई, पुणे और अहिल्यानगर इलाकों में अटक गया है। मौसम विज्ञानियों ने भविष्यवाणी की है कि यह स्थिति 6 जून तक जारी रहेगी।
ठाणे (5), रत्नागिरी (2), सिंधुदुर्ग (2,3), धुले (4,5), नंदुरबार (4), जलगांव (4,5), नासिक (5), छत्रपति संभाजीनगर (5), अकोला (4,5), अमरावती (2), भंडारा (3 से 5), बुलढाणा (4,5), चंद्रपुर (4,5), गढ़चिरौली (2 से 5), गोंदिया (3 से 5), नागपुर (4,5), वर्धा (2 से 5), वाशिम (4,5), यवतमाल (2 से 5)।
असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश। पिछले 24 घंटों में 420 मिमी बारिश दर्ज की गई।
त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, केरल, ओडिशा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश।
हरियाणा और पंजाब में अलग-अलग स्थानों पर 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चलेंगी।
2 से 4 जून तक पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी आने की संभावना।
1 से 4 जून तक केरल, कर्नाटक में तेज़ हवाएँ चलेंगी।
6 से 7 जून तक पूरे देश में बारिश कम हो जाएगी।